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सिद्धू मूसे वाला हत्याकांड की जांच से जुड़े पुलिस अधिकारियों की सुरक्षा बढ़ाई गई - दिल्ली पुलिस के अधिकारियों

गृह मंत्रालय ने पंजाबी गायक और कांग्रेसी नेता रहे सिद्धू मूसे वाला हत्याकांड की जांच से जुड़े दिल्ली पुलिस के अधिकारियों (delhi police officers) की सुरक्षा बढ़ा दी है. मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस के 12 अधिकारियों को वाई श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं.

पंजाबी गायक और पूर्व कांग्रेसी नेता सिद्धू मूसे वाला की फाइल फोटो
पंजाबी गायक और पूर्व कांग्रेसी नेता सिद्धू मूसे वाला की फाइल फोटो
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Published : Dec 14, 2022, 11:35 AM IST

Updated : Dec 14, 2022, 11:55 AM IST

नई दिल्ली: पंजाबी गायक और पूर्व कांग्रेसी नेता सिद्धू मूसे वाला की हत्या मामले की जांच कर रहे (Sidhu Moose Wala murder probe) दिल्ली पुलिस के अधिकारियों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. गृह मंत्रालय ने हत्याकांड का खुलासा करने वाले दिल्ली पुलिस के 12 अधिकारियों को वाई श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं. स्पेशल सीपी एच.एस. धालीवाल, डीसीपी स्पेशल सेल मनीषी चंद्रा, डीसीपी राजीव रंजन के लिए वाई श्रेणी की सुरक्षा की मंजूरी दी गई है.

अभी कनाडा में है गोल्डी बरार : उल्लेखनीय है कि पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की 29 मई को मानसा में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी गोल्डी बरार ने ली थी जो कि गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का करीबी सहयोगी है. गोल्डी बरार इस समय कनाडा में है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि मूसे वाला के शरीर में 19 गोलियां मारी गई थीं और 15 मिनट के भीतर ही उनकी मौत हो गई थी. ज्यादातर गोलियां मूसेवाला के शरीर के दाहिने हिस्से में लगी थीं. गोलियां किडनी, लिवर, फेफड़े और रीढ़ की हड्डी में भी लगी थीं. मौत का कारण हेमरेज शॉक बताया गया है. इस मामले में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और उसके गिरोह के साथ-साथ कई अन्य अपराधी शामिल है.

ये भी पढ़ें :- पुलिस ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा: पटना में शिक्षक अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज, 7वें चरण की बहाली की मांग

वाई श्रेणी की सुरक्षा : ये सुरक्षा वीआईपी श्रेणी के लोगों को दी जाती है. इस श्रेणी की सुरक्षा में कुल 11 जवान शामिल होते हैं. इनमें दो पीएसओ (निजी सुरक्षागार्ड) और एक या दो कमांडो तैनात होते हैं. देश में सबसे ज्यादा जोखिम वाले वीआईपी लोगों को वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई है.

ये भी पढ़ें :- स्टैन स्वामी के कंप्यूटर पर डिजिटल सबूत 'प्लांट' किए गए थे: अमेरिकी फॉरेंसिक फर्म का दावा

नई दिल्ली: पंजाबी गायक और पूर्व कांग्रेसी नेता सिद्धू मूसे वाला की हत्या मामले की जांच कर रहे (Sidhu Moose Wala murder probe) दिल्ली पुलिस के अधिकारियों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. गृह मंत्रालय ने हत्याकांड का खुलासा करने वाले दिल्ली पुलिस के 12 अधिकारियों को वाई श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं. स्पेशल सीपी एच.एस. धालीवाल, डीसीपी स्पेशल सेल मनीषी चंद्रा, डीसीपी राजीव रंजन के लिए वाई श्रेणी की सुरक्षा की मंजूरी दी गई है.

अभी कनाडा में है गोल्डी बरार : उल्लेखनीय है कि पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की 29 मई को मानसा में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी गोल्डी बरार ने ली थी जो कि गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का करीबी सहयोगी है. गोल्डी बरार इस समय कनाडा में है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि मूसे वाला के शरीर में 19 गोलियां मारी गई थीं और 15 मिनट के भीतर ही उनकी मौत हो गई थी. ज्यादातर गोलियां मूसेवाला के शरीर के दाहिने हिस्से में लगी थीं. गोलियां किडनी, लिवर, फेफड़े और रीढ़ की हड्डी में भी लगी थीं. मौत का कारण हेमरेज शॉक बताया गया है. इस मामले में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और उसके गिरोह के साथ-साथ कई अन्य अपराधी शामिल है.

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वाई श्रेणी की सुरक्षा : ये सुरक्षा वीआईपी श्रेणी के लोगों को दी जाती है. इस श्रेणी की सुरक्षा में कुल 11 जवान शामिल होते हैं. इनमें दो पीएसओ (निजी सुरक्षागार्ड) और एक या दो कमांडो तैनात होते हैं. देश में सबसे ज्यादा जोखिम वाले वीआईपी लोगों को वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई है.

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Last Updated : Dec 14, 2022, 11:55 AM IST
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