नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन को लोकनायक अस्पताल से अपोलो अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है. अस्पताल से जुड़े सूत्रों ने जैन को अपोलो में शिफ्ट करने की पुष्टि की है. फिलहाल उनकी हालत स्थिर है. बता दें कि तिहाड़ जेल के बाथरूम में चक्कर आने से गिरने के कारण जैन के सिर में चोट लगी थी, जिसके कारण उनके ब्रेन में ब्लड क्लॉट बन गया था. उन्हें गुरुवार को दोपहर लोकनायक अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था. यहां जैन के इलाज के लिए अस्पताल प्रशासन ने वरिष्ठ डॉक्टरों का चार सदस्यीय मेडिकल बोर्ड गठित किया था. जिसमें लोकनायक अस्पताल के वरिष्ठ फिजीशियन, जीबी पंत अस्पताल के वरिष्ठ न्यूरोसर्जन और क्रिटिकल केयर के वरिष्ठ डॉक्टर शामिल थे.
रविवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोकनायक अस्पताल पहुंचकर सत्येंद्र जैन से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना था. बता दें कि तिहाड़ जेल के बाथरूम में दो बार गिरने से जैन की रीढ़ की हड्डी में भी गंभीर चोट आ चुकी है. इसकी वजह से उन्हें स्पाइनल इंजरी की समस्या भी हो गई थी. इसके अलावा जैन को स्लीप एपनिया और मस्कुलर एट्रोफी की बीमारी भी है.
हाल ही में सुप्रीम कोर्ट से मिली है छह सप्ताह की जमानत
उल्लेखनीय है कि पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन करीब एक साल से मनी लांड्रिंग के केस में तिहाड़ जेल में बंद हैं. उन्हें पिछले सप्ताह ही इलाज के लिए सुप्रीम कोर्ट से छह सप्ताह की जमानत मिली है. पिछले एक साल से जैन ने केवल फल खाया है, रेगुलर डाइट नहीं ली है. सत्येंद्र जैन ने पहले कोर्ट से यह अपील भी की थी कि वे धार्मिक परंपराओं का पालन कर रहे हैं और मंदिर गए बिना पका भोजन नहीं खाते हैं. वे रोज पहले मंदिर जाते हैं, उसके बाद पका भोजन खाते हैं.
प्राप्त जानकारी के अनुसार सत्येंद्र जैन के पिछले एक साल में स्पाइन से जुड़े दो ऑपरेशन हुए हैं. इसके बावजूद अपने नियमानुसार लगभग 358 दिनों से उन्होंने पका भोजन छोड़ दिया है. सिर्फ फल व कच्ची सब्जियों पर निर्वाहन कर रहे हैं. डॉक्टरों के अनुसार पका भोजन न लेने की वजह से उनको सीवियर मैस्कुलर लॉस हुआ है. इसकी वजह पिछले एक साल में सत्येंद्र जैन का करीब 35 किलोग्राम वजह कम हो गया है.