नई दिल्ली: दिल्ली यूनिवर्सिटी (डीयू) में 22 सितंबर को छात्र संघ चुनाव के लिए वोटिंग होगी. इसके लिए डीयू प्रशासन के द्वारा तैयारी कर ली गई है. ईवीएम मशीन मंगाई गई है और उन्हें जांचा भी जा रहा है. 22 सितंबर को तीन साल बाद छात्र संघ चुनाव के लिए छात्र वोट करेंगे. इसके बाद वोटिंग की गिनती शुरू हो जाएगी. अगले दिन यानी कि 23 सितंबर को दोपहर 12 के बाद कभी भी परिणाम घोषित कर दिया जाएगा. वोटिंग में चार दिन का समय बच गया है. जिसे देखते हुए छात्र संगठन के द्वारा चुनाव प्रचार तेज कर दिया है. एबीवीपी, एनएसयूआई एसएफआई और आइसा के कार्यकर्ता अपने उम्मीदवार के लिए कॉलेज जाकर कैंपेन कर रहे हैं.
अपने उम्मीदवारों के साथ ली सेल्फी
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव के लिए बड़ा प्रचार अभियान आज शुरू किया. डूसू प्रत्याशी कॉलेज पहुंचे, हजार से अधिक एबीवीपी कार्यकर्ता डीयू के कॉलेजों में उपस्थित रहे. इस दौरान डीयू के कॉलेजों के पास स्थित मेट्रो स्टेशनों विश्वविद्यालय,जीटीबी नगर, दुर्गाबाई देशमुख मेट्रो स्टेशन, मालवीय नगर के बाहर मेट्रो स्टेशनों पर छात्रों से मिले एबीवीपी के कार्यकर्ता. सभी कॉलेजों में एबीवीपी की क्लास कैंपेन की शुरुआत हुई. कैंटीन, कॉरीडोर में स्टूडेंट्स से मिलकर यूनिवर्सिटी व कॉलेजों के मुद्दों पर एबीवीपी छात्रों को जोड़ रही है. इस दौरान अपने मनपसंद उम्मीदवार को अपने बीच पाकर छात्रों ने उनके साथ सेल्फी भी ली.
हम सनसनी नहीं फैला रहे, विजन ले साथ जा रहे
अभाविप के दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में उपाध्यक्ष पद के प्रत्याशी सुशांत धनखड़ ने कहा कि "हम दूसरे संगठन की तरह सनसनी नहीं फैला रहे, हम विजन के साथ जा रहे हैं"
एनएसयूआई के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार हितेश गुलिया ने कहा कि हम वादा कर रहे हैं तो इसे पूरा करेंगे, एबीवीपी को अब वायदे नहीं काम करने चाहिए थे. एसएफआई और आइसा के उम्मीदवारों का कहना है कि एनएसयूआई और एबीवीपी एक जैसी राजनीति करती है. इसलिए डीयू का छात्र इस बार सजग होकर अपने हितों को देखते हुए वोट करेगा.