नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार रात देश को संबोधित किया. इस दौरान प्रधानमंत्री ने 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज की घोषणा की और यह भी कहा कि 17 मई के बाद लॉकडाउन का चौथा चरण शुरू होगा. प्रधानमंत्री के इस संबोधन पर आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है.
प्रधानमंत्री के संबोधन में लॉकडाउन के चौथे चरण को लेकर संजय सिंह ने कहा कि इस संबोधन में जो एक बात समझ में आई, वो यह है कि लॉकडाउन- 4 सामने आएगा. उसके नियम कुछ अलग हो सकते, उसमें कुछ अलग तरीके की ढील दी जा सकती है, लेकिन लॉकडाउन में विस्तार होने जा रहा है.
'पैकेज के डिटेल का इंतजार'
20 लाख करोड़ के राहत पैकेज की घोषणा पर संजय सिंह ने कहा कि आपको याद होगा कि पिछली बार भी 1.7 लाख करोड़ रुपए के पैकेज की घोषणा सरकार की तरफ से की गई थी, लेकिन जब उसकी डिटेल में सामने आए, तो पता चला कि वो 1.7 लाख करोड़ रुपए का पैकेज नहीं था. उसी तरह इस 20 लाख करोड़ के पैकेज के डिटेल का इंतजार करना चाहिए.
'संबोधन से ये थीं उम्मीदें'
संजय सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री के संबोधन से हम यह उम्मीद कर रहे थे कि लाखों की संख्या में जो गरीब मजदूर और श्रमिक हाइवे पर पैदल चल रहे हैं, छोटे छोटे बच्चों के साथ ट्रेन की पटरियों पर पैदल जा रहे हैं, चटनी-रोटी खाकर दिन बिता रहे हैं, उनका क्या इंतजाम होगा. वे अभी जहां हैं, वहां उनके लिए व्यवस्था की जाएगी या उन्हें उनके घरों तक पहुंचाया जाएगा.
'यह था गरीब-मजदूरों का सवाल'
संजय सिंह ने यह भी कहा है कि यह एक बड़ा सवाल है कि मजदूरों से टिकट लिया जाएगा कि नहीं. टिकट के 15 प्रतिशत रुपए कौन देगा और 50 प्रतिशत कौन देगा. गरीब मजदूरों का यह एक बड़ा सवाल था, जिसके जवाब का इंतजार वे प्रधानमंत्री से कर रहे थे.
सांसद संजय सिंह कहा कि दुर्भाग्य की बात है कि मजदूरों के टिकट पर कोई बात नहीं हुई. उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले दिनों का सबसे बड़ा संकट यही है कि रोज कमाने, रोज खाने वाले प्रवासी मजदूरों की जिंदगी कैसे पटरी पर आएगी.