नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष राजा इकबाल सिंह ने दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी द्वारा निगम विद्यालयों में जाकर किए जा रहे औचक निरीक्षण की निंदा की है. उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री का अधिकार क्षेत्र दिल्ली के विद्यालयों की व्यवस्था दुरुस्त करने से संबंधित है. अगर मेयर शैली ओबरॉय से नगर निगम के स्कूल नहीं संभाले जा रहे तो वे अपने पद से इस्तीफा दे दें. हम शिक्षा मंत्री आतिशी द्वारा गलत तरीके से किए जा रहे हस्तक्षेप को बर्दाश्त नहीं करेंगे. साथ ही अगर उन्होंने अपनी कार्रवाई बंद नहीं की तो हम उपराज्यपाल वीके सक्सेना से इस संबंध में शिकायत करेंगे.
इनपर पड़ा प्रभाव: उन्होंने कहा कि दिल्ली नगर निगम की सत्ता पर काबिज होने के बाद निगम के स्कूलों में छात्रों की संख्या बहुत कम हो गई है और स्कूलों के परिचलन की व्यवस्था भी प्रभावित हुई है. निगम में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद न सिर्फ शिक्षा के बुनियादी ढांचे में कमी आई, बल्कि विद्यालयों में साफ-सफाई की व्यवस्था भी चरमरा गई है. निगम में भाजपा के काल में शिक्षा के क्षेत्र में जो काम हुए थे वह एकदम से रुक गए हैं. आम आदमी पार्टी केवल भाजपा के कार्यों का श्रेय लेकर अपनी पीठ थपथपा रही है, लेकिन वास्तविकता कुछ और है.
शिक्षकों की आवाज दबाना बर्दाश्त नहीं: राजा इकबाल सिंह ने आगे कहा कि शिक्षक लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात नहीं कह सकते. दिल्ली नगर निगम की शिक्षा व्यवस्था लचर हो गई है. सिर्फ चुनिंदा अधिकारियों की मर्जी के हिसाब से शिक्षा विभाग चलाया जा रहा है. शिक्षक ट्रांसफर पोस्टिंग के लिए छात्र शिक्षक अनुपात में बरती गई अनियमिता के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं, लेकिन लेकिन निगम प्रशासन पर इसका कोई असर नहीं हो रहा. हम आम आदमी पार्टी एवं शिक्षा विभाग की इन दमनकारी नीतियों की आलोचना करते हैं. लोकतंत्र में शांतिपूर्वक आवाज उठाने का अधिकार सबको है, लेकिन इस प्रकार नियम-कानून का हवाला देकर शिक्षकों की आवाज दबाना कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. हम शिक्षकों के साथ खड़े हैं.
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