नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली समेत पूरे एनसीआर में सोमवार को हुए झमाझम बारिश में प्रदूषण धुल गया. मंगलवार को दिल्ली का AQI 200 से नीचे चला गया. दिल्ली में यह आंकड़ा 136 रहा. जबकि नोएडा के लोगों ने 75 AQI के साथ इस साल में पहली बार सबसे साफ हवा में सांस ली. दिल्ली समेत अन्य शहरों की हवा संतोषजनक श्रेणी में रही. वायु गुणवत्ता की निगरानी करने वाली एजेंसियों का पूर्वानुमान है कि बारिश के असर से मिली राहत जारी रहेगी. इसके बाद गुणवत्ता औसत श्रेणी में पहुंच सकती है.
वायु मानक संस्था सफर के मुताबिक, हवा में मौजूद प्रदूषक तत्व बारिश की बूंदों के साथ मिलकर धरती की सतह पर आ गए हैं. इससे वातावरण साफ हुआ और वायु गुणवत्ता के आंकड़ों में कमी दर्ज हुई. दिल्ली-एनसीआर में सेमवार तड़के बारिश का दौर शुरू हुआ. इससे वायु गुणवत्ता में सुधार दर्ज किया गया. यह वजह रही कि आज दिल्ली में लोगों ने साफ हवा में राहत की सांस ली.
दिल्ली एनसीआर के शहरों में वर्षा से पहले और बाद में एक्यूआई
जब भी तेज हवा चलती है तो प्रदूषण हवा के साथ बह जाता है. या वर्षा होती है तो प्रदूषण धुल जाता है. लेकिन इससे कुछ की समय के लिए राहत मिलती है. हवा या वर्षा के बंद होने के कुछ समय बाद स्थानीय कारकों से प्रदूषण दोबारा होना शुरू हो जाता है. बेहतर यही है कि प्रदूषण के कारणों पर काम किया जाए, जिससे स्थाई समाधान निकले" - ज्ञानेंद्र रावत, पर्यावरणविद
बारिश ने 11 माह बाद दिलाई थी प्रदूषण से रहात
सीसीबी के आंकड़ों पर गौर करें तो 10 अक्टूबर 2022 को वर्षा के कारण दिल्ली में प्रदूषण धुल गया था. एक्यूआई 44 दर्ज किया गया था. इसके 11 माह बाद 1 सितंबर 2023 को बारिश होने से प्रदूषण धुल गया. इसके बाद दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 92 दर्ज किया गया. जी 20 शिखर सम्मेलन के दौरान वर्षा से लोगों को प्रदूषण से राहत मिली. 10 सितंबर 2023 को दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 45 दर्ज किया गया.
दिल्ली में कब-कब काम हुआ प्रदूषण