नई दिल्ली: दिल्ली में गुरुनानक जयंती के मद्देनजर गुरुद्वारों की साज-सज्जा शुरु हो गई है. सोमवार को गुरुनानक जयंती मनाई जाएगी. यह कार्तिक पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है. इसी कड़ी में दिल्ली के कनॉट पैलेस स्थित गुरुद्वारा बंगला साहिब को भव्य रूप से सजाया जा रहा है. साथ ही दिल्ली के अन्य गुरूद्वारे जैसे शीशगंज साहिब, बाबा बंदा सिंह बहादुर, माता सुंदरी, बाला साहेब, मोती बाग साहिब, दमदमा साहिब और रकाबगंज साहिब गुरुद्वारे में इस पर्व को लेकर जोर-शोर से तैयारी की जा रही है.
गुरुद्वारा प्रबंधन से जुड़े लोगों ने बताया कि पालकी साहब को गेंदे और गुलाब के फूलों से सजाया जाएगा. इसे सजाने के लिए केवल प्राकृतिक फूलों का ही इस्तेमाल किया जाता है. वहीं सुबह से लेकर रात तक गुरुद्वारों में लंगर, शबद कीर्तन आदि का सिलसिला चलता रहेगा.
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दरअसल बंगला साहिब गुरूद्वारे को लेकर कई मान्यताएं हैं. कहा जाता है कि ये गुरुद्वारा पहले जयपुर के महाराजा जय सिंह का बंगला था. साथ ही यहां पर सिखों के आठवें गुरु हर किशन सिंह रहा करते थे. गुरुद्वारा बंगला साहिब दिल्ली के सबसे प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थलों में से एक है. यह सिख जनरल सरदार भगेल सिंह द्वारा 1783 में बनवाया गया था. इस जगह को लेकर यह मान्यता है कि यहां का पानी रोगनाशक है और इसे पवित्र माना जाता है. साल के 12 महीने यहां लंगर का आयोजन किया जाता है.