नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा की सोसाइटी में बिल्डर द्वारा बिल्डिंग में घटिया मटेरियल लगाए जाने के कारण बिल्डिंग में दरार पड़ने और प्लास्टर टूटकर गिरने की शिकायतें लगातार मिलती रही है. अब प्राधिकरण की टीम एसीईओ के नेतृत्व में शहर की 6 सोसाइटी में स्ट्रक्चरल ऑडिट करने के लिए जाएगी. वहां जाकर निर्णय लिया जाएगा की संबंधित सोसाइटी में ऑडिट की जरूरत है या नहीं.
बिल्डिंगों का स्ट्रक्चरल ऑडिट: नोएडा प्राधिकरण बिल्डिंगों का स्ट्रक्चरल ऑडिट कराने जा रहा है. जिन सोसाइटी में निरीक्षण होना है, उनमें सेक्टर-93 ए सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट और यूटोपिया रेजिडेंट, सेक्टर- 121 होम्स, सेक्टर-107 ग्रेट वैल्यू शरणम, सेक्टर-78 सिक्का कार्मिक, सेक्टर-52 अंतरिक्ष नेचर शामिल है. अथॉरिटी ने यह कमेटी एसीईओ सतीश पाल की अगुवाई में बनाई है. नियोजन विभाग के महाप्रबंधक का कहना है कि जल्द ही निरीक्षण की नई तारीख तय की जाएगी. इन सोसाइटी में हो रहे स्ट्रक्चरल ऑडिट से लोगों में बेचैनी है.
फ्लैट ओनर्स महासंघ ने उठाए गंभीर मुद्दे: फ्लैट ओनर्स महासंघ के अध्यक्ष नवीन दुबे का कहना है कि प्राधिकरण सोसाइटी की बिल्डिंगों का स्ट्रक्चर ऑडिट कराने जा रहा है, तो उसे कुछ बातें स्पष्ट कर देनी चाहिए. जिस सोसाइटी में हजारों, लाखों लोगों को रहना है. उनके निर्माण के दौरान कोई जांच क्यों नहीं की गई. अब स्ट्रक्चरल ऑडिट करने की बात कही जा रही है, यह अच्छी बात है लेकिन अगर स्ट्रक्चर ऑडिट में कुछ कमियां निकल कर आती हैं, तो आज के बिल्डर अपने आप को पहले ही दिवालिया घोषित कर चुके हैं और अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे हैं. ऐसे में फ्लैट खरीदा कहां जाएगा, जिसने अपनी गाड़ी कमाई इन फ्लैट्स को खरीदने में खर्च कर दी है. क्या इस जिम्मेदारी को नोएडा प्राधिकरण उठाएगा?