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World Book Fair 2023: प्रभात प्रकाशन ले कर आया 500 नई किताबें, जानें क्या बोले प्रकाशक - World Book Fair News

राजधानी के प्रगति में विश्व पुस्तक मेला 2023 का आयोजन किया गया है. इस बार यह मेला 25 फरवरी से 5 मार्च तक चलेगा. 9 दिवसीय विश्व पुस्तक मेला को लेकर भव्य तैयारियां की गई थी.

विश्व पुस्तक मेला 2023
पीयूष कुमार प्रभात प्रकाशन
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Published : Feb 27, 2023, 1:45 PM IST

विश्व पुस्तक मेला 2023

नई दिल्ली: दिल्ली के प्रगति मैदान में विश्व पुस्तक मेला 2023 आयोजित किया जा रहा है. यहां पर बीते दो दिनों में भारी संख्या में पुस्तक प्रेमी अपनी मनपसंद की किताबों को खरीदने के लिए पहुंचे. साथ ही जगह-जगह बनाए गए कट आउट के साथ फोटो भी ली. यह पुस्तक मेला 5 मार्च तक चलेगा. बता दें कि पुस्तक मेला में बड़े से लेकर छोटे प्रकाशक भी अपनी पुस्तकों को लेकर आपके बीच शामिल हुए हैं. बहरहाल, आज बात प्रभात प्रकाशन की होगी, जो यहां पर 500 नई किताबों को लेकर आपके बीच मौजूद हैं. कोरोना महामारी के ठीक दो साल बाद फिजिकल मोड में यह मेला आयोजित किया जा रहा है. ईटीवी भारत ने प्रभात प्रकाशन के पीयूष कुमार ने बातचीत की.

सवाल: इस बार पुस्तक मेले में कितनी नई पुस्तकें हैं?
जवाब: पुस्तक मेला में पिछले 6 माह से प्रकाशित पुस्तकें करीब 500 पुस्तकों को लेकर आए हैं. इसमें जीवनियां, उपन्यास, लेख, सेल्फमेड के साथ-साथ अन्य तरह की कई पुस्तकें हैं.

सवाल: डिजिटल के इस दौर में पुस्तक का कितना महत्व?
जवाब: पीयूष कुमार ने कहा की डिजिटल के इस दौर में देखे तो लखनऊ, पटना, जयपुर सहित अन्य जगहों पर पुस्तक मेला आयोजित हो रहे हैं. सभी मेला में उत्साह देखने को मिलता है. डिजिटल कहने के लिए है कि ऑनलाइन पुस्तक काफी बिक रही हैं. हमारे लिए भी यह चैलेंज था कि यहां क्या पुस्तक पढ़ने लेने के लिए लोग आएंगे, लेकिन बीते दो दिनों में हमारी सेल और जो लोगों की संख्या देखी गई. लोगों में पुस्तक चयन करना और पढ़ना दिखाता है कि लोगों में ऑनलाइन की तुलना में ऑफलाइन किताबों का चलन अभी भी है. यह पुस्तक संस्कृति के लिए बहुत अच्छी बात है. हिंदी प्रकाशन उद्योग के लिए सुनहरा पल है. जितनी किताब छप रही हैं, उतनी तादाद में पढ़ी भी जा रही हैं. हमारे पास जो ई कॉमर्स से जो डाटा आता है, उससे यह कह सकते हैं, हर तरह की किताबें पढ़ी जा रही हैं.

ये भी पढ़ें: Agnipath Sceme: दिल्ली HC ने अग्निपथ स्कीम पर रोक लगाने से किया इनकार, सभी याचिकाएं खारिज

सवाल: दो साल के बाद पुस्तक मेला कैसे देखते हैं?
जवाब: लोगों में जो किताब को लेकर भूख है वह देखते ही बनता है. आज आप देखिए मेले के बाहर अंदर आने के लिए भारी भीड़ है. लोगों में काफी उत्साह है और यह दो साल के गैप को भरने का काम करेगा. लोगों को पुस्तक मेला का इंतजार था, वह हम लेकर आए हैं.

सवाल: पुस्तक विमोचन कितनी किताब का होना है?
जवाब: पुस्तक मेला में आज एक पुस्तक का विमोचन हुआ है. आने वाले दिनों में रोजाना एक किताब का विमोचन होगा. इस दौरान किताब के लेखक खुद यहां मौजूद रहेंगे और अपनी किताब के पीछे की बात दर्शकों के समक्ष रखेंगे.

ये भी पढ़ें: Manish Sisodia's arrest case: गिरफ्तारी के विरोध में बीजेपी मुख्यालय के बाहर AAP का शक्ति प्रदर्शन

विश्व पुस्तक मेला 2023

नई दिल्ली: दिल्ली के प्रगति मैदान में विश्व पुस्तक मेला 2023 आयोजित किया जा रहा है. यहां पर बीते दो दिनों में भारी संख्या में पुस्तक प्रेमी अपनी मनपसंद की किताबों को खरीदने के लिए पहुंचे. साथ ही जगह-जगह बनाए गए कट आउट के साथ फोटो भी ली. यह पुस्तक मेला 5 मार्च तक चलेगा. बता दें कि पुस्तक मेला में बड़े से लेकर छोटे प्रकाशक भी अपनी पुस्तकों को लेकर आपके बीच शामिल हुए हैं. बहरहाल, आज बात प्रभात प्रकाशन की होगी, जो यहां पर 500 नई किताबों को लेकर आपके बीच मौजूद हैं. कोरोना महामारी के ठीक दो साल बाद फिजिकल मोड में यह मेला आयोजित किया जा रहा है. ईटीवी भारत ने प्रभात प्रकाशन के पीयूष कुमार ने बातचीत की.

सवाल: इस बार पुस्तक मेले में कितनी नई पुस्तकें हैं?
जवाब: पुस्तक मेला में पिछले 6 माह से प्रकाशित पुस्तकें करीब 500 पुस्तकों को लेकर आए हैं. इसमें जीवनियां, उपन्यास, लेख, सेल्फमेड के साथ-साथ अन्य तरह की कई पुस्तकें हैं.

सवाल: डिजिटल के इस दौर में पुस्तक का कितना महत्व?
जवाब: पीयूष कुमार ने कहा की डिजिटल के इस दौर में देखे तो लखनऊ, पटना, जयपुर सहित अन्य जगहों पर पुस्तक मेला आयोजित हो रहे हैं. सभी मेला में उत्साह देखने को मिलता है. डिजिटल कहने के लिए है कि ऑनलाइन पुस्तक काफी बिक रही हैं. हमारे लिए भी यह चैलेंज था कि यहां क्या पुस्तक पढ़ने लेने के लिए लोग आएंगे, लेकिन बीते दो दिनों में हमारी सेल और जो लोगों की संख्या देखी गई. लोगों में पुस्तक चयन करना और पढ़ना दिखाता है कि लोगों में ऑनलाइन की तुलना में ऑफलाइन किताबों का चलन अभी भी है. यह पुस्तक संस्कृति के लिए बहुत अच्छी बात है. हिंदी प्रकाशन उद्योग के लिए सुनहरा पल है. जितनी किताब छप रही हैं, उतनी तादाद में पढ़ी भी जा रही हैं. हमारे पास जो ई कॉमर्स से जो डाटा आता है, उससे यह कह सकते हैं, हर तरह की किताबें पढ़ी जा रही हैं.

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सवाल: दो साल के बाद पुस्तक मेला कैसे देखते हैं?
जवाब: लोगों में जो किताब को लेकर भूख है वह देखते ही बनता है. आज आप देखिए मेले के बाहर अंदर आने के लिए भारी भीड़ है. लोगों में काफी उत्साह है और यह दो साल के गैप को भरने का काम करेगा. लोगों को पुस्तक मेला का इंतजार था, वह हम लेकर आए हैं.

सवाल: पुस्तक विमोचन कितनी किताब का होना है?
जवाब: पुस्तक मेला में आज एक पुस्तक का विमोचन हुआ है. आने वाले दिनों में रोजाना एक किताब का विमोचन होगा. इस दौरान किताब के लेखक खुद यहां मौजूद रहेंगे और अपनी किताब के पीछे की बात दर्शकों के समक्ष रखेंगे.

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