नई दिल्ली: तीस हजारी कोर्ट परिसर में बीते दो नवंबर को पुलिस और वकीलों के बीच हुई हिंसक झड़प की जांच सीबीआई को सौंपी जा सकती है. पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी इसे लेकर गृह मंत्रालय से सिफारिश करने पर विचार कर रहे हैं.
फिलहाल एक तरफ जहां क्राइम ब्रांच की एसआईटी तो दूसरी तरफ हाई कोर्ट की निगरानी में बनाई गई न्यायिक समिति जांच की जा रही है.
बता दें, बीते 2 नवंबर को तीस हजारी अदालत परिसर में पार्किंग को लेकर वकील और पुलिसकर्मी के बीच झड़प हुई थी. इस झड़प ने भयानक रूप लिया जिसकी वजह से सैकड़ों वकील और पुलिसकर्मी भिड़ गए थे.
इस झड़प में गोलियां चली, गाड़ियों को आग लगाई गई और 30 से ज्यादा लोग घायल हुए. इन घायलों में 8 वकील भी शामिल हैं. जिनमें से एक वकील को गोली भी लगी थी. इस मामले में 3 नवंबर को अदालत ने स्वतः संज्ञान लेकर इस मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए थे.
पुलिस चाहती है सीबीआई जांच
इस मामले में अभी जांच चल रही है. लेकिन वकील और पुलिसकर्मियों के बीच तनाव बरकरार है. एक तरफ जहां वकील गोली चलाने वाले पुलिसकर्मी की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हैं तो दूसरी तरफ पुलिस बिना जांच के गिरफ्तारी को तैयार नहीं है.
ऐसे में बीच का रास्ता निकालने के लिए पुलिस इस मामले की सीबीआई जांच करवाने पर विचार कर रही है. पुलिस का ये भी मानना है कि क्राइम ब्रांच की जांच से वकील पक्ष संतुष्ट नहीं होगा. वो पुलिस की जांच पर सवाल उठाएंगे. इसलिए अगर मामला सीबीआई को चला जाता है तो वह इस आरोप से भी बच जाएंगे.
गृह मंत्रालय से कर सकती है सिफारिश
पुलिस सीबीआई जांच को लेकर अभी अपने स्तर पर राय बना रही है. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी इसे लेकर चर्चा कर रहे हैं. सहमति बनने पर दिल्ली सरकार के माध्यम से पुलिस इस मामले की जांच सीबीआई से कराने के लिए गृह मंत्रालय से सिफारिश कर सकती है.