नई दिल्ली: रक्षाबंधन के मद्देनजर दिल्ली में राखी की दुकानें सज चुकी हैं और लोग अपने पसंद अनुसार राखी की खरीददारी के लिए निकल रहे हैं. लेकिन राखियों की दुकान लगाने वालों का कहना है कि इस बार की बिक्री पिछले साल के मुकाबले कम हो रही है. इसे लेकर बंगाली मार्केट एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी प्रमोद कुमार गुप्ता ने कई बातें बताईं.
प्रमोद कुमार गुप्ता ने बताया कि पिछले साल के मुकाबले इस साल करीब 40 प्रतिशत कम दुकानदारी हो रही है. उन्होंने कहा कि पहले सभी लोग बाजार से राखी खरीदते थे तो काफी अच्छा व्यापार होता था, लेकिन कुछ सोसाइटी में महिलाएं घर पर ही राखी बनाने लगी हैं, जिसे वह सोसाइटी में ही बेच देती हैं. हमारे एक पुराने कस्टमर ने बताया कि उसकी सोसाइटी के बाहर राखियां बिक रही हैं, जिसकी वजह से लोग बाजार में राखी खरीदने नहीं जा रहे.
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उन्होंने कहा कि इस साल रक्षाबंधन की सही तारीख को लेकर भी असमंजस की स्थिति है, जिसका सीधा असर राखियों की बिक्री पर पड़ रहा है. हालांकि छोटे बच्चों की राखियों की धूम है और पब जी, डोरेमोन, छोटा भीम की राखियों की काफी डिमांड है. साथ ही ग्राहक रुद्राक्ष की राखी और नजर बट्टू की राखी की मांग कर रहे हैं, लेकिन भगवान के मूर्ती वाली राखी की डिमांड काफी कम है.
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