नई दिल्ली: दिल्ली में पटाखा (Firecracker) बेचना और जलाना दोनों पूरी तरह प्रतिबंधित है. इसके बावजूद कुछ लोग चोरी छुपे पटाखों की खेप लाकर उसका भंडारण कर रहे हैं, ताकि वे दिवाली (Diwali) के अवसर पर ऊंची कीमत पर बेचकर मोटा मुनाफा कमा सकें. ऐसा ही एक मामला उत्तरी जिला के तीस हजारी इलाके से सामने आया है जहां पुलिस ने 1601 किलो प्रतिबंधित पटाखों की बड़ी खेप को पकड़ा है. साथ ही दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है.
उत्तरी जिले के डीसीपी मनोज कुमार मीना के अनुसार, "पुलिस को सूचना मिली थी कि तीस हजारी इलाके में बड़ी मात्रा में अवैध पटाखे हैं. जिन्हें दिल्ली के अलग-अलग बाजारों में महंगे दामों पर बेचा जाना है. एंटी नारकोटिस टीम ने तीस हजारी इलाके में रेड की और एक कमरे से करीब 1601 किलो पटाखे की बड़ी खेप को जप्त किया. आरोपियों ने यह गोदाम पटाखे रखने के लिए किराए पर लिया हुआ था."
वहीं, दोनों आरोपियों की पहचान मोहम्मद खुर्शीद (32) और मोहम्मद वकील (37) के रूप में हुई है. दोनों बिहार के खगड़िया जिले के रहने वाले हैं और कुछ साल पहले ही दिल्ली में काम की तलाश में आए थे. जल्द पैसा कमाने के चक्कर में उन्होंने अवैध पटाखे बेचने का काम शुरू कर दिया.
फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कार्रवाई में जुट गई है. गौरतलब है कि दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली में पटाखों की बिक्री, स्टोरेज और इस्तेमाल पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा रखा है. इसके बाद से पुलिस लगातार पटाखों की बिक्री या खरीदारी से जुड़े लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है.