नई दिल्ली: कोरोना मैनेजमेंट को लेकर देशभर में बहस चल रही है. ऐसे में समय-समय पर कई राज्यों ने अपने मॉडल को बेहतर बताया है. दिल्ली सरकार भी इसमें पीछे नहीं है. होम आइसोलेशन और प्लाज्मा थेरेपी के बाद अब कोरोना योद्धाओं के सम्मान को लेकर दिल्ली सरकार का दावा है कि देशभर में उनका मॉडल बेस्ट है और इसे केंद्र सरकार के साथ साथ अन्य राज्यों को भी अपनाना चाहिए.
सभी कोरोना योद्धाओं को किया जाएगा सम्मानित
दिल्ली में जहां एक बार फिर से कोरोना के नए मरीजों का प्रतिदिन आने वाला आंकड़ा तेजी पकड़ने लगा है तो वहीं दिल्ली सरकार ने भी कोरोना के खिलाफ जंग में पिछले 6 महीने से लड़ाई लड़ रहे सभी कोरोना योद्धाओं को सम्मानित करने का फैसला किया है. इसकी शुरुआत राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल और जीटीबी अस्पताल के कोरोना योद्धाओं को विधानसभा में सम्मानित किया गया. दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष रामनिवास गोयल का कहना है की एक साथ दिल्ली के सभी कोविड अस्पतालों के कोरोना योद्धाओं को नहीं बुलाया जा सकता है. इसलिए आने वाले दिनों में एक-एक कर सभी अस्पतालों के कोरोना योद्धाओं को इसी तरह सम्मानित किया जाएगा.
केंद्र सरकार पर साधा निशाना
इस अवसर पर दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा. उनका कहना है कि केवल फूल बरसाने से ही सम्मान नहीं होता है, सम्मान इनके साथ खड़े होने और जरूरत के वक्त इन्हें संभालने से होता है. जिस तरह दिल्ली सरकार ने अपने कोरोना योद्धाओं की मौत पर उनके परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये दिए हैं, ऐसा अन्य सरकारों को भी करना चाहिए.
डॉक्टरों ने भी सरकार की खूब सरहना की
कोरोना योद्धाओं को इस तरह से सम्मानित किए जाने से डॉक्टर भी काफी खुश नजर आए. राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के नोडल ऑफिसर डॉक्टर अजीत जैन का कहना है कि दिल्ली सरकार ने कोरोना से जंग में डॉक्टरों को जिस तरह से सुविधाएं दी, वह उम्मीद से कहीं ज्यादा है. यह दिल्ली सरकार की सोच का ही असर है कि कोरोना योद्धा पूरे जी-जान से इस लड़ाई में लगे हुए हैं. सम्मान से अभिभूत डॉक्टर जैन का कहना है कि यह कभी न भूलने वाला अवसर है.