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बिन पटाखों के मनेगी इस बार दिवाली? ग्रीन पटाखों के लिए भी मिला है सिर्फ 11 को लाइसेंस

लाइसेंसी विभाग के पास अनुसार इस बार उनके पास अस्थाई पटाखों के लाइसेंस के लिए कुल 98 आवेदन आए थे, इन्हें लेकर दिल्ली पुलिस और दमकल विभाग की तरफ से जांच की गई. जिसके बाद यह पाया गया कि इनमें से केवल 11 जगह ही पटाखे बेचने के लिए पूरी तरह से सुरक्षित हैं.

only 11 vendor got licence for selling Green crackers in delhi on Diwali
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Published : Oct 15, 2019, 6:31 PM IST

Updated : Oct 16, 2019, 1:51 AM IST

नई दिल्ली: दिल्ली में प्रदूषण के चलते इस बार दिवाली बिना पटाखों वाली हो सकती है. दरअसल दिल्ली पुलिस के लाइसेंसिंग विभाग से इस बार केवल 11 लोगों को ही पटाखे बेचने के लिए अस्थायी लाइसेंस मिले हैं. इसके लिए कुल 97 लोगों ने आवेदन दिया था, जिनमें से 65 लोगों के आवेदन अस्वीकार कर दिए गए हैं. इसकी वजह से पटाखे बेहद कम जगहों पर मिलेंगे और जहां मिलेंगे वह बेहद महंगे हो सकते हैं.


10 फीसदी लोगों को ही मिले अस्थायी लाइसेंस
लाइसेंसी विभाग के पास अनुसार इस बार उनके पास अस्थाई पटाखों के लाइसेंस के लिए कुल 98 आवेदन आए थे, इन्हें लेकर दिल्ली पुलिस और दमकल विभाग की तरफ से जांच की गई. जिसके बाद यह पाया गया कि इनमें से केवल 11 जगह ही पटाखे बेचने के लिए पूरी तरह से सुरक्षित हैं. जिसके बाद केवल 11 लोगों को ही अस्थाई लाइसेंस दिया गया है. इसके अलावा अन्य आवेदकों के लाइसेंस फिलहाल नहीं दिए गए हैं


जानकारी के अनुसार सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार इस बार सामान्य पटाखों के जलाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध है. सुप्रीम कोर्ट ने वर्ष 2018 में ग्रीन पटाखे जलाने की अनुमति दी थी जिससे प्रदूषण कम होता है. इसके बाद कई जगहों पर ग्रीन पटाखे बनाने की कवायद शुरू हुई थी. इस वर्ष यही ग्रीन पटाखे खरीदकर लोग जला सकेंगे लेकिन यह भी आसान नहीं दिख रहा है. पूरी दिल्ली में कुछ ही जगहों पर यह पटाखे मिलेंगे क्योंकि इसे बेचने के लिए अधिकांश लोगों को अस्थायी लाइसेंस दिए ही नहीं गए हैं.


केवल 11 लोगों को मिले अस्थायी लाइसेंस
लाइसेंसिंग विभाग के अनुसार कुल 97 लोगों ने जिला पुलिस के पास अस्थायी लाइसेंस के लिए आवेदन किया था. इनमें से 65 आवेदनों को फिलहाल रिजेक्ट कर दिया गया है, जबकि केवल 11 लोगों को अस्थाई लाइसेंस दिए गए हैं. वहीं 21 आवेदनों को लेकर अभी निर्णय नहीं हुआ है. इनमें से 6 लाइसेंस पश्चिमी दिल्ली, एक लाइसेंस बाहरी-उत्तर जिला, दो लाइसेंस रोहिणी जिला और दो लाइसेंस उत्तर पूर्वी जिला में दिए गए हैं. सबसे ज्यादा आवेदन पूर्वी जिला से 21 और उत्तरी जिला से 17 आए थे, जहां फिलहाल एक भी लाइसेंस नहीं दिया गया है.




अवैध पटाखे बेचने वालों पर होगी कार्रवाई
सूत्रों ने बताया कि केंद्र सरकार ने 28 इंडस्ट्रीज को ग्रीन पटाखे बनाने के लिए लाइसेंस दिए थे. वहीं दिल्ली में 14 कारोबारियों के पास परमानेंट लाइसेंस हैं. इस तरह से कुल 25 जगहों पर ही पटाखे उपलब्ध होंगे. सुप्रीम कोर्ट के आदेश को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष अगर कोई अवैध पटाखे बेचते हुए या जलाते हुए पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

नई दिल्ली: दिल्ली में प्रदूषण के चलते इस बार दिवाली बिना पटाखों वाली हो सकती है. दरअसल दिल्ली पुलिस के लाइसेंसिंग विभाग से इस बार केवल 11 लोगों को ही पटाखे बेचने के लिए अस्थायी लाइसेंस मिले हैं. इसके लिए कुल 97 लोगों ने आवेदन दिया था, जिनमें से 65 लोगों के आवेदन अस्वीकार कर दिए गए हैं. इसकी वजह से पटाखे बेहद कम जगहों पर मिलेंगे और जहां मिलेंगे वह बेहद महंगे हो सकते हैं.


10 फीसदी लोगों को ही मिले अस्थायी लाइसेंस
लाइसेंसी विभाग के पास अनुसार इस बार उनके पास अस्थाई पटाखों के लाइसेंस के लिए कुल 98 आवेदन आए थे, इन्हें लेकर दिल्ली पुलिस और दमकल विभाग की तरफ से जांच की गई. जिसके बाद यह पाया गया कि इनमें से केवल 11 जगह ही पटाखे बेचने के लिए पूरी तरह से सुरक्षित हैं. जिसके बाद केवल 11 लोगों को ही अस्थाई लाइसेंस दिया गया है. इसके अलावा अन्य आवेदकों के लाइसेंस फिलहाल नहीं दिए गए हैं


जानकारी के अनुसार सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार इस बार सामान्य पटाखों के जलाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध है. सुप्रीम कोर्ट ने वर्ष 2018 में ग्रीन पटाखे जलाने की अनुमति दी थी जिससे प्रदूषण कम होता है. इसके बाद कई जगहों पर ग्रीन पटाखे बनाने की कवायद शुरू हुई थी. इस वर्ष यही ग्रीन पटाखे खरीदकर लोग जला सकेंगे लेकिन यह भी आसान नहीं दिख रहा है. पूरी दिल्ली में कुछ ही जगहों पर यह पटाखे मिलेंगे क्योंकि इसे बेचने के लिए अधिकांश लोगों को अस्थायी लाइसेंस दिए ही नहीं गए हैं.


केवल 11 लोगों को मिले अस्थायी लाइसेंस
लाइसेंसिंग विभाग के अनुसार कुल 97 लोगों ने जिला पुलिस के पास अस्थायी लाइसेंस के लिए आवेदन किया था. इनमें से 65 आवेदनों को फिलहाल रिजेक्ट कर दिया गया है, जबकि केवल 11 लोगों को अस्थाई लाइसेंस दिए गए हैं. वहीं 21 आवेदनों को लेकर अभी निर्णय नहीं हुआ है. इनमें से 6 लाइसेंस पश्चिमी दिल्ली, एक लाइसेंस बाहरी-उत्तर जिला, दो लाइसेंस रोहिणी जिला और दो लाइसेंस उत्तर पूर्वी जिला में दिए गए हैं. सबसे ज्यादा आवेदन पूर्वी जिला से 21 और उत्तरी जिला से 17 आए थे, जहां फिलहाल एक भी लाइसेंस नहीं दिया गया है.




अवैध पटाखे बेचने वालों पर होगी कार्रवाई
सूत्रों ने बताया कि केंद्र सरकार ने 28 इंडस्ट्रीज को ग्रीन पटाखे बनाने के लिए लाइसेंस दिए थे. वहीं दिल्ली में 14 कारोबारियों के पास परमानेंट लाइसेंस हैं. इस तरह से कुल 25 जगहों पर ही पटाखे उपलब्ध होंगे. सुप्रीम कोर्ट के आदेश को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष अगर कोई अवैध पटाखे बेचते हुए या जलाते हुए पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

Intro:नई दिल्ली
दिल्ली में प्रदूषण के चलते इस बार आप की दिवाली बिना पटाखों वाली हो सकती है. दरअसल दिल्ली पुलिस के लाइसेंसिंग विभाग से इस बार केवल 11 लोगों को ही पटाखे बेचने के लिए अस्थायी लाइसेंस मिले हैं. इसके लिए कुल 97 लोगों ने आवेदन दिया था, जिनमें से 65 लोगों के आवेदन अस्वीकार कर दिए गए हैं. इसकी वजह से पटाखे बेहद कम जगहों पर मिलेंगे और जहां मिलेंगे वह बेहद महंगे हो सकते हैं.


10 फीसदी लोगों को ही मिले अस्थायी लाइसेंस
लाइसेंसी विभाग के पास अनुसार इस बार उनके पास अस्थाई पटाखों के लाइसेंस के लिए कुल 98 आवेदन आए थे इन्हें लेकर दिल्ली पुलिस एवं दमकल विभाग की तरफ से जांच की गई जिसके बाद यह पाया गया कि इनमें से केवल 11 जगह ही पटाखे बेचने के लिए पूरी तरह से सुरक्षित हैं जिसके बाद केवल 11 लोगों को ही अस्थाई लाइसेंस दिया गया है इसके अलावा अन्य आवेदकों के लाइसेंस फिलहाल नहीं दिए गए हैं


Body:जानकारी के अनुसार सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार इस बार सामान्य पटाखों के जलाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध है. सुप्रीम कोर्ट ने वर्ष 2018 में ग्रीन पटाखे जलाने की अनुमति दी थी जिससे प्रदूषण कम होता है. इसके बाद कई जगहों पर ग्रीन पटाखे बनाने की कवायद शुरु हुई थी. इस वर्ष यही ग्रीन पटाखे खरीदकर लोग जला सकेंगे लेकिन यह भी आसान नहीं दिख रहा है. पूरी दिल्ली में कुछ ही जगहों पर यह पटाखे मिलेंगे क्योंकि इसे बेचने के लिए अधिकांश लोगों को अस्थायी लाइसेंस दिए ही नहीं गए हैं.


केवल 11 लोगों को मिले अस्थायी लाइसेंस
लाइसेंसिंग विभाग के अनुसार कुल 97 लोगों ने जिला पुलिस के पास अस्थायी लाइसेंस के लिए आवेदन किया था. इनमें से 65 आवेदनों को फिलहाल रिजेक्ट कर दिया गया है, जबकि केवल 11 लोगों को अस्थाई लाइसेंस दिए गए हैं. वहीं 21 आवेदनों को।लेकर अभी निर्णय नहीं हुआ है. इनमें से 6 लाइसेंस पश्चिमी दिल्ली, एक लाइसेंस बाहरी-उत्तर जिला, दो लाइसेंस रोहिणी जिला और दो लाइसेंस उत्तर पूर्वी जिला में दिए गए हैं. सबसे ज्यादा आवेदन पूर्वी जिला से 21 और उत्तरी जिला से 17 आए थे, जहां फिलहाल एक भी लाइसेंस नहीं दिया गया है.





Conclusion:अवैध पटाखे बेचने वालों पर होगी कार्रवाई
सूत्रों ने बताया कि केंद्र सरकार ने 28 इंडस्ट्रीज को ग्रीन पटाखे बनाने के लिए लाइसेंस दिए थे. वहीं दिल्ली में 14 कारोबारियों के पास परमानेंट लाइसेंस हैं. इस तरह से कुल 25 जगहों पर ही पटाखे उपलब्ध होंगे. सुप्रीम कोर्ट के आदेश को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष अगर कोई अवैध पटाखे बेचते हुए या जलाते हुए पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
Last Updated : Oct 16, 2019, 1:51 AM IST
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