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एक कदम आगे बढ़ा मोदी सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट जेवर एयरपोर्ट का काम - Jewar airport

जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के प्रोजेक्ट पर करीब 84 करोड़ रुपये खर्च होने का आंकलन है. इसका निर्माण कार्य 18 महीने में पूरा करने का लक्ष्य बनाया गया है. यमुना एक्सप्रेस- वे से ईस्टर्न पेरीफेरल-वे पर बनाए जा रहे लूप की मदद से कई शहरों के लोग भी आसानी से जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंच सकेंगे.

जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रोजेक्ट का मैप
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Published : May 30, 2019, 1:18 PM IST

नई दिल्ली/नोएडा: मोदी सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का काम एक कदम आगे बढ़ चुका है. इसे ईस्टर्न पेरीफेरल-वे से जोड़ा जाएगा. इसके लिए यमुना प्राधिकरण ने टेंडर जारी कर दिया है.

यमुना एक्सप्रेस-वे से ईस्टर्न पेरीफेरल-वे इंटरचेंज पर चार लूप और आठ रैंप बनाए जाएंगे. इस प्रोजेक्ट में एक लूप की लंबाई 600 मीटर के आसपास होगी.

84 करोड़ रुपये खर्च का आंकलन
जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रोजेक्ट पर करीब 84 करोड़ रुपये खर्च का आंकलन है. इसका निर्माण कार्य 18 महीने में पूरा करने का लक्ष्य बनाया गया है. यमुना एक्सप्रेस- वे से ईस्टर्न पेरीफेरल-वे पर बनाए जा रहे लूप की मदद से कई शहरों के लोग भी आसानी से जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंच सकेंगे.

जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रोजेक्ट का मैप

लक्ष्य 2022 तक
यमुना अथॉरिटी के सीईओ डॉक्टर अरुणवीर सिंह ने बताया कि शासन से अनुमति के बाद बिडिंग प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी, और 6 महीने बाद बिड खोली जाएगी. उन्होंने बताया कि इसकी पहली उड़ान 2023 तक शुरू होनी है, हमारा लक्ष्य 2022 में पहली उड़ान भरने का है.

नई दिल्ली/नोएडा: मोदी सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का काम एक कदम आगे बढ़ चुका है. इसे ईस्टर्न पेरीफेरल-वे से जोड़ा जाएगा. इसके लिए यमुना प्राधिकरण ने टेंडर जारी कर दिया है.

यमुना एक्सप्रेस-वे से ईस्टर्न पेरीफेरल-वे इंटरचेंज पर चार लूप और आठ रैंप बनाए जाएंगे. इस प्रोजेक्ट में एक लूप की लंबाई 600 मीटर के आसपास होगी.

84 करोड़ रुपये खर्च का आंकलन
जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रोजेक्ट पर करीब 84 करोड़ रुपये खर्च का आंकलन है. इसका निर्माण कार्य 18 महीने में पूरा करने का लक्ष्य बनाया गया है. यमुना एक्सप्रेस- वे से ईस्टर्न पेरीफेरल-वे पर बनाए जा रहे लूप की मदद से कई शहरों के लोग भी आसानी से जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंच सकेंगे.

जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रोजेक्ट का मैप

लक्ष्य 2022 तक
यमुना अथॉरिटी के सीईओ डॉक्टर अरुणवीर सिंह ने बताया कि शासन से अनुमति के बाद बिडिंग प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी, और 6 महीने बाद बिड खोली जाएगी. उन्होंने बताया कि इसकी पहली उड़ान 2023 तक शुरू होनी है, हमारा लक्ष्य 2022 में पहली उड़ान भरने का है.

मोदी सरकार का ड्रीम प्रॉजेक्ट ज़ेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का काम एक क़दम आगे बढ़ा है।ज़ेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट  को ईस्टर्न पेरीफ़ेरल वे से जोड़ा जाएगा। इसके लिए यमुना प्राधिकरण ने टेंडर जारी कर दिए। यमुना एक्सप्रेस वे के ज़ीरो प्वाइंट से 9.5 किलोमीटर की दूरी पर यमुना एक्सप्रेस वे से ईस्टर्न पेरीफ़ेरल वे इंटेरचेनज पर चार लूप और आठ रैंप बनाए जाएँगे। एक लूप की लंबाई 600 मीटर के आसपास होगी। 

इस परियोजना पर क़रीब 84 करोड़ रुपए ख़र्च का आकलन है और निर्माण कार्य 18 महीने में पूरा करने का लक्ष्य बनाया गया है।यमुना एक्सप्रेस वे से ईस्टर्न पेरीफ़ेरल वे इंटेरचेनज पर बनाए जा रहे लूप की मदद से कई शहरों के लोग भी आसानी से ज़ेवर  इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुँच सकेंगे। 

यमुना अथॉरिटी के सी॰ई॰ओ॰ डॉक्टर अरुणवीर सिंघ ने बताया कि शासन से अनुमति के बाद बिडिंग प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी और 6 महीने बाद बिड खोली जाएगी और सकल बिडकर्ताओं से बात की जाएगी। उन्होंने बताया कि इसकी पहली उड़ान 2023 तक होनी है लेकिन हमारा लक्ष्य 2022 में पहली उड़ानभरने का है। 

नोएडा 
हिमांशु
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