नई दिल्लीः कोरोना महामारी से जहां कोई क्षेत्र अछूता नहीं रहा, वहीं शैक्षणिक संस्थानों पर भी इसका खासा असर देखने को मिला है. ऐसे में बीटेक एडमिशन प्रक्रिया कितनी प्रभावित हुई इसको लेकर ईटीवी भारत की टीम ने बात की जामिया के पीआरओ अहमद अजीम से, जिन्होंने बताया कि इस बार कोरोना के चलते एंट्रेंस एग्जाम में परीक्षार्थियों की संख्या में कमी देखने को जरूर मिली है. लेकिन दाखिला प्रक्रिया पर इसका कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा.
बी टेक दाखिले पर नहीं दिखा कोरोना का असर
बीटेक पर कोरोना के असर को लेकर जामिया के पीआरओ अहमद अजीम ने बताया कि जितने छात्रों ने पंजीकरण कराया था उसमें से करीब 60 फीसदी छात्रों ने ही एंट्रेंस टेस्ट दिया. साथ ही उन्होंने बताया कि परीक्षार्थियों की संख्या भले ही कम रही हो, लेकिन परीक्षा पास कर दाखिला लेने वालों की संख्या में कोई कमी नहीं आई है.
गत वर्ष के मुकाबले कम छात्रों ने दिया एंट्रेंस टेस्ट
वहीं उन्होंने बताया कि दाखिले के लिए अब तक पांच लिस्ट जारी हो चुकी है और छठी लिस्ट जल्द ही जारी की जाएगी. साथ ही कहा कि कंप्यूटर और इलेक्ट्रॉनिक्स काफी लोकप्रिय विषय हैं, जिनमें करीब 95 फीसदी दाखिला हो चुका है. इसके अलावा इलेक्ट्रिकल में भी 70 फीसदी से अधिक दाखिले हो चुके हैं.
हालांकि मेकैनिकल और सिविल में अभी भी सीटें खाली हैं और छठवीं लिस्ट इसी के लिए निकाली जाएगी. साथ ही उन्होंने बताया कि अन्य विषयों में भी बड़ी संख्या में छात्रों के दाखिले हुए हैं. साथ ही कहा कि यदि किसी विषयों में सीटें खाली रह गईं हैं तो उसकी वजह नेगेटिव मार्किंग के चलते बहुत कम छात्रों का परीक्षा पास करना रहा न कि कोरोना.
इन बातों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि दाखिला प्रक्रिया पर कोविड का कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं दिखा. प्रभाव रहा तो केवल इतना कि एंट्रेंस टेस्ट देने वाले छात्रों की संख्या बाकी वर्षों के मुकाबले इस बार कम रही.
बीटेक में इन कॉलेजों में दाखिले की ये हैं स्थिति..
जानकारी के मुताबिक इस वर्ष आईआईटी दिल्ली में लगभग एक हजार सीटें थीं, जिनमें सभी सीटों पर दाखिले हो गए हैं और पढ़ाई भी शुरू हो गई है. इसके अलावा दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी से मिली जानकारी के मुताबिक बीटेक में इस वर्ष 2500 सीटें थी. इसके अलावा गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय में करीब एक हजार बीटेक की सीटें थी, जिनमें विश्वविद्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक लगभग 700 सीटों पर दाखिले हो चुके हैं और दाखिला प्रक्रिया अभी भी जारी है.
यह भी पढ़ेंः- दिल्ली विश्वविद्यालय के एनसीवेब में 35 फीसदी पर भी एडमिशन, 31 दिसंबर तक करें आवेदन