नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव के लिए प्रचार प्रसार अंतिम चरण में है. वहीं NSUI ने अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी आशीष लांबा को सचिव पद के लिए उम्मीदवार बनाया है.
उन्होंने कहा कि वन कोर्स वन फीस, यू स्पेशल बस, हॉस्टल सुविधा और जो कई सालों से छात्रों के मुद्दे रहे हैं जिनका अब तक समाधान नहीं हो सका है वह सब प्राथमिकता होगी. इसके अलावा उन्होंने कहा कि NSUI के नेतृत्व में बनने वाली डूसू छात्रों को मेट्रो में रियायत दिलाने के लिए भी संघर्ष करेगी.
'स्पोर्ट्स कैटेगरी के तहत खेलों की संख्या बढ़ाने की मांग'
वहीं एनएसयूआई की ओर से सचिव पद के उम्मीदवार आशीष लांबा ने कहा कि विश्वविद्यालय में स्पोर्ट्स की सही सुविधा नहीं मिल रही है. उन्होंने कहा कि जिम है लेकिन सही से देखभाल नहीं होने के कारण उसकी स्थिति जर्जर है. विश्वविद्यालय में खेल, ड्रैमेटिक और अन्य सोसाइटी को दुरुस्त करना सबसे पहला काम होगा.
साथ ही उन्होंने कहा कि अगर एनएसयूआई के नेतृत्व में डूसू का गठन होता है तो स्पोर्ट्स कैटेगरी के तहत होने वाले एडमिशन में खेलों की संख्या बढ़ाने की मांग होगी जिससे कि दूसरे खेलों के खिलाड़ी भी विश्वविद्यालय में एडमिशन ले कर अपनी पढ़ाई जारी रख सकें.
'दिव्यांग छात्रों के लिए बस की सुविधा'
लांबा ने कहा कि दिव्यांग छात्रों के लिए हॉस्टल और उन्हें कॉलेज तक लेकर आने जाने तक के लिए बस की सुविधा होनी चाहिए. अगर एनएसयूआई के नेतृत्व में डूसू का गठन होगा तो वह दिव्यांग छात्रों की सुविधाओं के लिए संघर्ष करेंगे.
वहीं उन्होंने कहा कि एनएसयूआई एकमात्र ऐसा संगठन है जो मेट्रो के बढ़े हुए किराए के विरोध में मेट्रो के आगे कूद गया था. उन्होंने कहा कि सत्ता में आने के बाद छात्रों को मेट्रो में रियायती पास दिलाने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन और संबंधित विभाग के अधिकारी से मुलाकात कर छात्रों को रियायती पास देने की बात रखेंगे.