नई दिल्ली: JNU में इस बार छात्रसंघ चुनाव बदले हुए संविधान के साथ होगा. जिसके तहत अब 31 की जगह 43 काउंसलर होंगे. 4 स्कूलों को अभी भी काउंसलर के पद मिलने का इंतजार है.
इसके अलावा ABVP स्पोर्ट्स सेक्रेटरी प्लेसमेंट में छात्र प्रतिनिधि और एससी, एसटी और ओबीसी छात्रों के प्रतिनिधि की भी मांग कर रही है.
इस पूरे मामले को लेकर ABVP के चीफ कैंपेन कोऑर्डिनेटर ललित पांडेय ने बताया कि चार स्कूलों का प्रतिनिधित्व एक साजिश के तहत रोका गया है. उन्होंने कहा कि ABVP ने स्कूलों में काउंसलर की संख्या बढ़ाने को लेकर काफ़ी संघर्ष किया था.
जिसके बाद शिकायत निवारण समिति के चैयरपर्सन ने काउंसलर के नए पद सृजित किये थे और संबंधित प्रस्ताव को छात्रसंघ के पास भेज दिया था. ललित ने आरोप लगाया है कि वाम गठबंधन नेतृत्व वाले छात्रसंघ ने इसको लेकर साजिश ही रच डाली और चार स्कूलों का प्रतिनिधित्व निश्चित ही नहीं होने दिया.
इन स्कूलों को अभी भी है काउंसलर का इंतजार
बता दें कि 4 स्कूल ऐसे हैं जिनमें काउंसलर के पद सृजित नहीं किये गए हैं. इनमें अटल बिहारी स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, स्कूल ऑफ डिजास्टर मैनजेमेंट, स्कूल ऑफ नैनो साइंस और स्पेशल सेंटर फॉर द स्टडी फॉर नार्थईस्ट इंडिया शामिल हैं.