नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा में एक निजी स्कूल में पढ़ाने वाली पूर्व शिक्षिका ने स्कूल प्रबंधन पर मानसिक रूप से शोषण करने और धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है. इसको लेकर महिला शिक्षिका ने सेक्टर 126 थाने में स्कूल के मैनेजर और एचआर के खिलाफ केस दर्ज कराया है. पुलिस को दी गई शिकायत में महिला ने बताया कि वह सेक्टर 132 स्थित एक निजी स्कूल में परमानेंट टीचर के पद पर पिछले कई वर्षों से पढ़ा रही थी.
पीड़ित महिला का आरोप है कि कोरोना काल में हुई मंदी के बाद से स्कूल प्रबंधन पुराने स्टॉफ की लगातार छटनी कर रही है. स्कूल के जनरल मैनेजर और एचआर की तरफ से लगातार मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है. पीड़िता के मुताबिक, स्कूल प्रबंधन की तरफ से उनके वेतन की 50 प्रतिशत कटौती किए जाने का दबाव बनाया गया. स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षकों के दो बच्चों को स्कूल की तरफ से फीस में छूट दी जाती है, उनकी बेटी भी उसी स्कूल में पढ़ती है.
पीड़िता के मुताबिक, अब स्कूल प्रबंधन की तरफ से बेटी की फीस में छूट देने से इनकार कर दिया गया. उन पर रिजाइन करने का दबाव बनाया जाने लगा. पीड़िता ने परेशान होकर 2 जून 2023 को ई- मेल के जरिए रिजाइन दे दिया. स्कूल से रिजाइन देने के बाद प्रबंधन की तरफ से उनको एनओसी नहीं दी जा रही है. इसके साथ ही उनकी पीएफ और ग्रेजुएटी के दो लाख 79 हजार 200 रुपए को रोक लिया गया है.
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पीड़िता के मुताबिक, उनकी 13 साल की बेटी है. वह नई नौकरी की तलाश में मसूरी में शिफ्ट हुई है. यहां पर एक स्कूल की तरफ से उनको नौकरी का ऑफर है, लेकिन स्कूल प्रबंधन की तरफ से उनको एनओसी नहीं दिए जाने के कारण नए स्कूल में जॉइनिंग नहीं मिल पा रही है. पुलिस ने महिला की दी गई शिकायत दर्ज कर ली है. मामले की जांच की जा रही है.