नई दिल्ली/नोएडा: गगन चुंबी इमारतों में खुद का फ्लैट या आशियाना होने की आस लेकर नोएडा के विभिन्न क्षेत्रों में लोगों द्वारा पैसे इन्वेस्ट किए गए हैं. हालांकि, लोगों का कहना है कि पैसा देने के बावजूद वह अपने घरों के मालिक नहीं बन पाए हैं. यह समस्या सबसे अधिक देखा नोएडा एक्सटेंशन एरिया में बायर्स को आ रही है. यहां लोग अपनी गाढ़ी कमाई बिल्डर को दे दिए, पर बिल्डर उन्हें खानापूर्ति करते हुए फ्लैट दे रही है.
नेफोमा के अध्यक्ष अन्नू खान ने बताया कि बिल्डरों ने जो फ्लैट दिया गया है, वहां सिर्फ खानापूर्ति की गई है. बायर्स से पैसे लिए और उन्हें फ्लैट वर्षों बाद दिए हैं, फ्लैट या सोसाइटी में स्विमिंग पूल, क्लब, प्लेग्राउंड सहित तमाम सुविधाएं देने का वादा किया गया था, लेकिन सभी वादे झूठे निकले. मेंटेनेंस के नाम पर हर महीने पैसे लिए जाते हैं, पर मेंटेनेंस के नाम पर कुछ नहीं की जाती है. लोगों ने बताया कि सोसाइटी में पार्किंग, बच्चों के खेलने की समस्या, साफ सफाई सहित कई प्रकार की समस्याएं है.
वहीं, लोगों ने बताया कि कुछ बायर्स ऐसे भी हैं जो लाखों रुपए बिल्डर को फ्लैट के नाम पर दे दिए हैं, पर बिल्डर द्वारा अभी तक वर्षों बीत जाने के बाद सोसाइटी का निर्माण ही शुरू नहीं कराया गया है. एक तरफ बैंक की ईएमआई देनी पड़ रही तो दूसरी तरफ बिल्डर पैसे लेकर बैठ गया है, तीसरी तरफ बायर्स खुद किराए पर रहकर किराया दे रहा है.
बायर्स ने क्या कहा: नोएडा एक्सटेंशन में बने फ्लैटों में रहने वाले लोगों का कहना है कि वर्षों बीत जाने के बाद भी अभी तक हम अपने घरों के मालिक नहीं बन पाए हैं, जबकि हमने लाखों रुपए फ्लैट की रजिस्ट्री के नाम पर बिल्डर को दे चुके हैं, लेकिन आज तक बिल्डर द्वारा प्लेटो की रजिस्ट्री नहीं कराई गई है. बिल्डर की इस लापरवाही के साथ नोएडा प्राधिकरण भी इसके लिए जिम्मेदार है, क्योंकि बिना प्राधिकरण की अनुमति के किसी भी फ्लैट की रजिस्ट्री नहीं हो सकती. प्राधिकरण का बकाया बिल्डर द्वारा नहीं जमा किया गया है, जिसके चलते रजिस्ट्री की समस्या फ्लैट में रहने वाला झेल रहा है.