नई दिल्ली: सेंट्रल दिल्ली की मशहूर और सबसे पुरानी कैथेलिक चर्च सेक्रेड हार्ट कैथड्रल चर्च में इस क्रिसमस पर रात की प्रार्थना नहीं होगी. साल 1929 में बनी चर्च में ऐसा पहली बार होगा कि बड़े दिन के मौके पर रात का उत्सव नहीं होगा. यहीं नहीं आम लोगों को अंदर जाकर प्रार्थना करने की भी आजादी नहीं होगी. कोरोना के मद्देनजर चर्च में अभूतपूर्व इंतजाम किए गए हैं, जो कई मायनों में बेहतर तो मान्यताओं वाले लोगों के लिए निराशाजनक भी है.
लाखों में आते हैं श्रद्धालु
दरअसल, क्रिसमस के मौके पर सेक्रेड हार्ट चर्च में हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु येशु के सामने शीश झुकाने आते हैं. रात 11 बजे से सुबह 4 बजे तक यहां केक और गिफ्ट्स के साथ उत्सव की अलग रौनक होती थी. आर्च बिशप यहां बड़ी प्रार्थना कर ईश्वर की संतान प्रभु येशु की वंदना करते थे. हालांकि इस बार ऐसा नहीं होगा.
नहीं होगा उत्सव
चर्च के फादर अजीत पैट्रिक कहते हैं कि अबकी बार ऐसा कोई उत्सव नहीं होगा. प्रार्थना होगी लेकिन रात 8 बजे एक प्रार्थना कर दुनिया में फैली महामारी के चलते दुखी लोगों के लिए होगी. प्रभु की वंदना के लिए यहां गेट के बाहर लोगों के लिए इंतजाम होंगे. गेट के अंदर कुछ चुनिंदा लोगों को पहले से किए रेजिस्ट्रेशन के आधार पर ही अंदर जाने की अनुमति होगी.
24 की शाम को शामिल हो सकते हैं मुख्य अतिथि
चर्च में हर साल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करते हैं. मुख्यमंत्री के नाम पर अभी तक कोई चर्चा नहीं है, लेकिन कहा जा रहा है कि 24 दिसंबर की शाम को ही यहां मुख्य अतिथि आ सकते हैं. ये कोई बड़ा नेता हो सकता है.
अन्य इंतजाम
कोरोना संबंधित तमाम सावधानियों से अलग चर्च में 12-15 फीट का क्रिसमस ट्री बनाया जाएगा. इससे अलग चर्च के हर कोने को लाइट्स और झालरों से सजाया जाएगा. यह तो होगा तरह-तरह के गुब्बारों से यहां परमेश्वर की पहली संतान प्रभु येशु के जन्मदिवस का उत्सव मनाया जाएगा.