नई दिल्ली: G20 शिखर सम्मेलन में महज अब कुछ ही दिन बचे हैं, लेकिन इससे पहले ही पूरी राजधानी को सजाने और संवारने की जोरों-शोरों से तैयारी की जा रही है. G20 शिखर सम्मेलन में करीब हफ्ते भर का वक्त बचा है. आयोजन स्थल प्रगति मैदान से लुटियंस जोन और आसपास सुरक्षाकर्मियों के कड़े पहरे में हर लोकेशन पर सीसीटीवी कैमरा के द्वारा नजर रखी जा रही है. दिल्ली के होटल में विदेशी डेलिगेट्स और मेहमान ठहरने वाले हैं. वहीं उनके आसपास के इलाकों, सड़कों और बाजारों में एनडीएमसी के द्वारा लगाए गए 450 सीसीटीवी सर्विलेंस कैमरों से निगरानी रखी जा रही है.
नई दिल्ली नगरपालिका परिषद का कमांड-एंड-कंट्रोल सेंटर (सी एंड सीसी) G20 शिखर सम्मेलन के दौरान लुटियंस दिल्ली में नागरिक सेवाओं के प्रबंधन और कानून व्यवस्था के रखरखाव के लिए तीसरी आंख के रूप में काम करेगा. प्रतिनिधियों के वाहनों की सुचारू आवाजाही सुनिश्चित करने, अतिक्रमण और लोगों के अवांछित जमावड़े की जांच करने के लिए 450 उच्च-रिजॉल्यूशन, 180-डिग्री कैमरों की निगरानी के लिए 50 लोगों का एक दल 24x7 काम करेगा, साथ ही केंद्रीय किनारों, गमले में लगे पौधों और साफ-सफाई पर नजर रखेगा.
NDMC उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए बताया कि नई दिल्ली में एनडीएमसी का एरिया करीब 42.7 वर्ग किलोमीटर का है. इस एरिया में अलग-अलग जगह पर 450 सीसीटीवी सर्विलेंस कैमरे लगाए गए हैं. इन कैमरों में कुछ खास कैमरे भी हैं, जो 75 से 360 डिग्री तक घूम सकते हैं. इसके अलावा 225 फिक्स्ड इंफ्रारेड कैमरे लगाए गए हैं, जिनमें रात के समय भी क्लियर तस्वीर कैद हो सकती है. इसके अलावा 125 फिक्स्ड बॉक्स कैमरे और 75 हाई डेफिनेशन कैमरे भी लगाए गए हैं. इनमें 75 कैमरे तो ऐसे हैं जो अलग-अलग ट्रैफिक जंक्शन पर लगाए गए हैं.
उपाध्याय ने यह भी कहा कि सिर्फ सुरक्षा व्यवस्था को ही मॉनिटर नहीं किया जा रहा, बल्कि सिविक फैसिलिटी पर भी कैमरा के साथ नजर रखी जा रही है. कहां-कहां साफ-सफाई हो रही है और किन इलाके में साफ-सफाई नहीं हुई है. ऐसी तमाम सेवाओं और सुविधाओं पर भी नजर रखी जाएगी. इसके अलावा जिन सड़कों की स्ट्रीट लाइट्स नहीं जल रही है, कहां पर फव्वारा नहीं चल रहा है, कहां पेड़-पौधे नहीं लगे हैं. इस पर भी इन कैमरों की नजर रहेगी. रिस्पांस टाइमिंग और भी कम कर दी गई है ताकि G20 मीटिंग के दौरान किसी भी काम में कोताही ना बरती जाए.