नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में कोरोना की स्थिति में सुधार देखने को मिल रहा है. राहत की बात यह है कि कोरोना को मात देने वालों की संख्या में भी प्रतिदिन इजाफा हो रहा है. दिल्ली सरकार के आंकड़ों की माने तो रविवार की सुबह 8 बजे तक दिल्ली के सरकारी और निजी कोविड अस्पतालों 596 आईसीयू/वेंटिलेटर बेड और 9002 ऑक्सीजन और सामान्य बेड उपलब्ध है, जो दिल्लीवासियों के लिए एक अच्छा संकेत है.
दिल्ली के अस्पतालों में कोरोना के कुल 26601 बेड मौजूद है. जिनमें से 17094 बेड पर मरीज हैं. वहीं 9002 बेड खाली हैं. दिल्ली के सभी प्राइवेट और सरकारी कोरोना अस्पताल में आईसीयू/वेंटिलेटर के 6359 बेड हैं. जिनमें से 5763 बेड पर मरीज भर्ती हैं, तो वही 596 आईसीयू /वेंटीलेटर बेड खाली हैं. मरीजों के अस्पताल से डिस्चार्ज होने के साथ ही अस्पतालों में बेड की उपलब्धता बढ़ने लगी है. आलम यह है कि दिल्ली के लोक नायक जयप्रकाश अस्पताल में करीब 900 सामान्य और ऑक्सीजन बेड उपलब्ध है, वहीं जीटीबी हॉस्पिटल में 330 सामान्य और ऑक्सीजन बेड.
एलएनजेपी में खाली है 226 आईसीयू बेड
पिछले कुछ दिनों के मुकाबले दिल्ली में आईसीयू और वेंटिलेटर बेड की स्थिति में थोड़ा सुधार होते दिख रहा है. सरकार द्वारा विभिन्न अस्पतालों में आईसीयू और वेंटिलेटर के बेड भी बढ़ाए गए है. दिल्ली सरकार के लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में आईसीयू और वेंटिलेटर के 226 बेड खाली है.
ये भी पढ़ें:-रामलीला मैदान में बने अस्थायी कोरोना अस्पताल में शनिवार से शुरू होंगे 250 आईसीयू बेड
राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में 57, जीटीबी हॉस्पिटल में 107, एम्स में 8 और एम्स ट्रामा सेंटर में 2 आईसीयू/वेंटिलेटर बेड उपलब्ध है. वहीं दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में 23, बाबा साहेब अम्बेडकर अस्पताल में 8, विमहन्स हॉस्पिटल में 29, मधुकर रेनबो चिल्ड्रन हॉस्पिटल में 21, शांति मुकुंद हॉस्पिटल में 4, भगवती हॉस्पिटल रोहिणी 1, समर हॉस्पिटल में 2, लाइफलाइन हॉस्पिटल में 4, निदान हॉस्पिटल में 2, सिंघल हॉस्पिटल 3, श्राइन हॉस्पिटल में 1 और अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल में आईसीयू/वेंटिलेटर के 3 बेड खाली है.