नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में कोरोना की स्थिति में सुधार देखने को मिल रहा है. राहत की बात यह है कि कोरोना को मात देने वालों की संख्या में भी प्रतिदिन इजाफा हो रहा है. दिल्ली सरकार के आंकड़ों की मानें तो गुरुवार की सुबह 8 बजे तक दिल्ली के सरकारी और निजी कोविड अस्पतालों में आईसीयू/वेंटिलेटर के 107 बेड तो वहीं 4846 सामान्य और ऑक्सीजन बेड उपलब्ध हैं जो दिल्लीवासियों के लिए एक अच्छा संकेत है.
दिल्ली के अस्पतालों में कोरोना के कुल 23,448 बेड मौजूद है, जिनमें से 18,602 बेड पर मरीज है. वहीं 4846 बेड खाली हैं. दिल्ली के सभी प्राइवेट और सरकारी कोरोना अस्पताल में आईसीयू/वेंटीलेटर के 5911 बेड हैं, जिनमें से 5804 बेड पर मरीज भर्ती हैं तो वहीं 107 आईसीयू /वेंटीलेटर बेड खाली है.
राजीव गांधी में खाली है 25 ICU बेड
पिछले कुछ दिनों के मुकाबले दिल्ली में आईसीयू और वेंटिलेटर बेड की स्थिति में थोड़ा सुधार होते दिख रहा है. सरकार द्वारा विभिन्न अस्पतालों में आईसीयू और वेंटिलेटर के बेड भी बढ़ाए गए हैं. दिल्ली सरकार के राजीव गांधी सुपर स्पेसिलिटी अस्पताल में आईसीयू और वेंटिलेटर के 25 बेड खाली है.
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एन के एस हॉस्पिटल गुलाबी बाग में 16 आईसीयू/वेंटिलेटर बेड तो वहीं मधुकर रेनबो चिल्ड्रन हॉस्पिटल में 20 आईसीयू बेड उपलब्ध हैं. इसके अलावा एम्स में 3, एम्स ट्रामा सेंटर में 5, डिवाइन मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल में 11, शांति मुकुंद में 1, मेट्रो हॉस्पिटल में 2, सावित्री हॉस्पिटल में 1, धर्मवीर सोलंकी हॉस्पिटल में 1, आस्था हॉस्पिटल में 1, खन्ना हॉस्पिटल में 1, पंचशील हॉस्पिटल में 1, लाइफलाइन हॉस्पिटल में 2, निदान हॉस्पिटल में 1, खंडेलवाल हॉस्पिटल में 2, सिंघल हॉस्पिटल में 1, अपोलो स्पेक्ट्रा में 3, राम लाल कुंदन लाल हॉस्पिटल में 2, तुलसी हॉस्पिटल में आईसीयू/वेंटिलेटर का 1 बेड खाली हैं.