नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के सदन की बैठक शुरू हो गई है. इस दौरान आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच जमकर हंगामा हो रहा है. एमसीडी के सदन में दोनों पार्टियों के पार्षदों के बीच नारेबाजी भी हो रही है. महापौर डॉ. शैली ओबेरॉय ने गुरुवार को सदन की बैठक बुलाई थी. अनुमान लगाया गया था कि सदन में आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच टकराव देखने को मिल सकता है. वैसा ही हुआ. इससे पहले दिल्ली नगर निगम के स्थायी समिति के सदस्यों के चुनाव के 103 दिन बाद नतीजे बृहस्पतिवार को घोषित हो गए हैं. AAP और BJP के तीन-तीन सदस्य जीते हैं.
एमसीडी के कानून विभाग के अफसरों का कहना है कि जब तक एमसीडी सदन से चुने गए छह सदस्यों का रिजल्ट घोषित नहीं किया जाता, तब तक जोनल स्तर पर वार्ड कमेटियों का गठन नहीं हो सकता है. हालांकि आज इस मुद्दे पर बैठक होने वाली है. बैठक में क्या फैसला निकलता है, यह देखने वाली बात होगी.
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#WATCH दिल्ली: स्थायी समिति के गठन की मांग को लेकर बीजेपी पार्षदों ने दिल्ली नगर निगम (MCD) विधानसभा में विरोध प्रदर्शन किया। pic.twitter.com/fsZXvm5x7c
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डेवलपमेंट के 150 परियोजनाएं लंबित: नगर निगम में स्टैंडिंग कमेटी नहीं बन पाने के कारण 250 वार्डों में विकास से जुड़ी करीब 150 परियोजनाएं लंबित पड़ी हैं. 50 प्रोजेक्ट्स को एजेंडे में शामिल करने के लिए अलग-अलग विभागों के प्रमुखों ने नगरपालिका सचिव के पास भेजा है. करीब 100 प्रोजेक्ट का प्रस्ताव तैयार है. जिन्हें अफसरों ने स्टैंडिंग कमेटी का गठन ना होने के चलते अपने पास ही रख रखा है.
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MCD की सबसे पावरफुल स्टैंडिंग कमेटी: नगर निगम के भीतर स्टैंडिंग कमेटी सबसे ताकतवर संस्था है. यह समिति निगम के रोजमर्रा के कामकाज का प्रबंधन करती है. किसी भी प्रोजेक्ट के लिए वित्तीय मंजूरी स्थायी समिति ही देती है, साथ ही नीतियों को लागू करने की जिम्मेदारी भी स्टैंडिंग कमेटी की होती है.
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