नई दिल्लीः उत्तर रेलवे ने दिल्ली की दो बड़ी मस्जिदों को हटाने का नोटिस जारी किया है. रेलवे ने शनिवार को एक नोटिस जारी कर कहा कि रेलवे लाइनों पर स्थित दिल्ली की दो मस्जिदों बंगाली मार्केट मस्जिद और तकिया बब्बर शाह को 15 दिनों या उससे कम समय में हटा दिया जाना चाहिए. मस्जिदों पर नोटिस लगने के बाद मौलवी और मौलाना के चेहरे पर चिंता भी देखी जा रही है. बता दें कि कुछ दिनों पहले ही एनडीएमसी ने बंगाली मार्केट स्थित इस मस्जिद पर अतिक्रमण को लेकर कार्रवाई भी की थी.
मस्जिद में नमाज अदा करने पहुंचे महमूद ने बताया कि वह पिछले कई सालों से इस मस्जिद में नमाज के लिए आते हैं. दूर-दूर से लोग यहां पर नमाज अदा करते हैं. यह काफी पुरानी मस्जिद है. उसने बताया कि पुरानी बंगाली मार्केट मस्जिद लगभग 250 साल पुरानी है. रेलवे जो बात कह रहा है, वह गलत है. हां मुझे पता चला है कि यहां पर नोटिस लगा है, लेकिन मैं ज्यादा इसके बारे में जानकारी नहीं रखता. लेकिन मैं पिछले कई सालों से यहां पर आ रहा हूं. यह कोई रेलवे की जमीन पर नहीं बनी हुई है. बता दें, रेलवे ने कहा है कि 15 दिन के अंदर अगर मस्जिद को नहीं हटाया गया तो रेलवे खुद एक्शन लेगा. रेलवे ने दावा किया कि ये मस्जिदें रेलवे की जमीन पर बनी है.
मस्जिद के अंदर चलता है मदरसाः बता दें कि इस साल अप्रैल में एनडीएमसी का भूमि और विकास कार्यालय और केंद्रीय लोक निर्माण विभाग की ओर से संयुक्त अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई में बंगाली बाजार स्थित मस्जिद के एक हिस्से को गिरा दिया गया था. फिलहाल मस्जिद के अंदर एक मदरसा भी चलता है और यहां पर बच्चों को इस्लाम की तालीम दी जाती है. नोटिस लगने के बाद से ही मस्जिद में रह रहे लोगों और मदरसे में रह रहे लोगों में हड़कंप मचा हुआ है.
मस्जिद 100 साल पहले बनी थीः बंगाली मार्केट मस्जिद के मौलवी का कहना है कि यह मस्जिद कोई रेलवे की जमीन पर नहीं बनी हुई है. यह दिल्ली वक्फ बोर्ड की जमीन पर यह बनी हुई है. उनका कहना है कि यह कोई रेलवे की जगह नहीं है. यह मस्जिद 100 साल पुरानी है. पता नहीं अचानक से कैसे नोटिस लगा दिया गया. हम कोर्ट में जाकर इसके खिलाफ अपील भी करेंगे.
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