नई दिल्ली: CAIT के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल का कहना है कि भारत बंद को लेकर किसी भी किसान संगठन अथवा किसान आंदोलन के नेताओं ने CAIT से कोई संपर्क नहीं किया है और न ही कोई समर्थन मांगा है. जब किसान नेताओं की सरकार के साथ बातचीत का दौर जारी है, ऐसे में किसी भी बंद का कोई औचित्य नहीं है.
प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि इस वक्त देश का किसान घाटे की खेती कर रहा है. ऐसे में हम सभी को साथ मिलकर यह सोचना चाहिए कि किसान तक उसकी खेती का सही मूल्य कैसे पहुंचाया जाए, उसे मुनाफा कैसे दिया जाए. इसको लेकर सरकार को किसान से बात करके जल्द से जल्द हल निकालना चाहिए.
सभी जरूरी सामान लोगों तक और बाजारों तक पहुंचाएंगे: AITWA
इसके साथ ही देश के ट्रांसपोर्ट सेक्टर के सबसे बड़े संगठन ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन (AITWA) के अध्यक्ष प्रदीप सिंघल ने कहा कि देश के किसानों के साथ ट्रांसपोर्टरों की पूरी तरह सहानुभूति है. देश का किसान देश की अर्थव्यवस्था का बेहद महत्वपूर्ण और अभिन्न अंग है. लेकिन हमें भरोसा है कि सरकार और किसान नेताओं के बीच चल रही बातचीत के नतीजे अवश्य निकलेंगे. उन्होंने कहा कि इस कोरोना काल में भारत बंद को हमारा समर्थन नहीं है. प्रदीप सिंघल ने कहा कि किसी भी तरीके से आवश्यक और जरूरी सामान की चैन टूटे और लोगों तक सामान ना पहुंचे. इसीलिए हम भारत बंद को समर्थन नहीं दे रहे हैं और ना ही इसको लेकर किसान संगठन या किसानों की तरफ से इसे समर्थन देने के लिए हमसे कोई संपर्क किया गया है. इसीलिए 8 दिसंबर को सभी जरूरी सामान बाजारों तक और लोगों तक ट्रांसपोर्टरों द्वारा पहुंचेगा.