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Chandni Chowk: मेन रोड नो व्हीकल जोन घोषित, हो सकेगी सिर्फ रिक्शे की सवारी - chandni chowk

दिल्ली सरकार ने चांदनी चौक ( (Chandni Chowk)) की मुख्य सड़क को नॉन मोटर व्हीकल जोन (Non Moter Vehicle Zone) घोषित कर दिया है. अगर इस सड़क पर कोई गाड़ी जाती है, तो 20 हजार तक का जुर्माना देना पड़ सकता है.

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चांदनी चौक मेन रोड नो व्हीकल जोन घोषित
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Published : Jun 17, 2021, 11:27 PM IST

Updated : Jun 17, 2021, 11:47 PM IST

नई दिल्ली: चांदनी चौक (Chandni Chowk) मेन रोड को पूरी तरह से गैर-मोटर चालित क्षेत्र घोषित कर दिया गया है. इसके बारे में दिल्ली सरकार ने नोटिफिकेशन जारी किया है. अब लाल किले से फतेहपुरी मस्जिद तक जाने वाली लगभग 1.5 किमी लंबी सड़क पर सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक मोटर वाहनों को एंट्री नहीं होगी.

केजरीवाल सरकार ने चांदनी चौक की मुख्य सड़क को नॉन मोटर व्हीकल जोन (Non Motor Vehicle Zone) घोषित कर दिया है. अगर इस सड़क पर कोई गाड़ी जाती है, तो 20 हजार तक का जुर्माना देना पड़ सकता है. अब यहां की सवारी और केवल रिक्शा ही होगी.

देखिए रिपोर्ट.
दिल्ली सरकार ने लाल किला से लेकर फतेहपुरी मस्जिद तक की सड़क को रीडिजाइन किया है. इसका सौंदर्यीकरण भी किया जा रहा है. इस पूरी सड़क को अब दिल्ली सरकार ने नॉन मोटर व्हीकल जोन में बदल दिया है. यानी यहां अब सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक मोटर गाड़ियों का प्रवेश वर्जित रहेगा.
'देना पड़ सकता है 20 हजार तक जुर्माना'
अगर कोई भी यहां गाड़ी लेकर आता है तो 20 हजार तक का चालान देना पड़ सकता है. इसे लेकर दिल्ली सरकार की तरफ से अधिसूचना भी जारी कर दी गई है. नए नियम क्या होंगे और ये पुराने से कैसे अलग होंगे, इसका कैसा प्रभाव पड़ेगा, ये जानने के लिए ईटीवी भारत चांदनी चौक पहुंचा.
'विदेशी पर्यटकों को भी होती थी समस्या'
ईटीवी भारत ने भी रिक्शे की सवारी के जरिए नई व्यवस्था समझने की कोशिश की. रिक्शा चालक मोहम्मद इशाक ने बताया कि वे यहां 20 साल से रिक्शा चला रहे हैं और नई व्यवस्था पहले की तुलना में काफी अच्छी है. उन्होंने कहा कि पहले जो विदेशी घूमने आते थे, उन्हें भीड़ और टूटी सड़क के कारण काफी दिक्कत होती थी.
'पहले 2 किमी जाने में लग जाते थे आधे घंटे'
मोहम्मद इशाक ने बताया कि लाल किला से फतेहपुरी मस्जिद तक जाने में ही पहले आधे घंटे लग जाते थे. लेकिन करीब दो किमी की यह दूरी अब 5 मिनट में ही तय हो जाती है और सड़क भी सुंदर हो चुकी है. उन्होंने बताया कि पहले लोगों के काम धंधे में भी परेशानी होती थी, लेकिन अब यहां पर चूंकि मोटर गाड़ियां प्रतिबंधित हो गईं हैं, इसलिए भीड़ भी नहीं है.
'नई व्यवस्था से नाराज हैं दुकानदार'
हालांकि स्थानीय दुकानदार सरकार की इस व्यवस्था से खासे नाराज हैं. फतेहपुरी मस्जिद के पास के दुकानदार मोहम्मद इमरान ने बताया कि काम धंधा अब ठप होने लगा है. गाड़ी आ नहीं रही, इसलिए माल नहीं आ पा रहा. वहीं, रेहान का कहना था कि अब बड़े कस्टमर नहीं आ पाते, क्योंकि गाड़ियों की एंट्री नहीं है, खुद हाथ से सामान ढोकर लाना पड़ता है.

पढ़ें-सुर्खियों में चांदनी चौक की मशहूर छुन्नामल हवेली, यहां जानें 'प्रॉपर्टी सेल' से जुड़ा पूरा सच

नई दिल्ली: चांदनी चौक (Chandni Chowk) मेन रोड को पूरी तरह से गैर-मोटर चालित क्षेत्र घोषित कर दिया गया है. इसके बारे में दिल्ली सरकार ने नोटिफिकेशन जारी किया है. अब लाल किले से फतेहपुरी मस्जिद तक जाने वाली लगभग 1.5 किमी लंबी सड़क पर सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक मोटर वाहनों को एंट्री नहीं होगी.

केजरीवाल सरकार ने चांदनी चौक की मुख्य सड़क को नॉन मोटर व्हीकल जोन (Non Motor Vehicle Zone) घोषित कर दिया है. अगर इस सड़क पर कोई गाड़ी जाती है, तो 20 हजार तक का जुर्माना देना पड़ सकता है. अब यहां की सवारी और केवल रिक्शा ही होगी.

देखिए रिपोर्ट.
दिल्ली सरकार ने लाल किला से लेकर फतेहपुरी मस्जिद तक की सड़क को रीडिजाइन किया है. इसका सौंदर्यीकरण भी किया जा रहा है. इस पूरी सड़क को अब दिल्ली सरकार ने नॉन मोटर व्हीकल जोन में बदल दिया है. यानी यहां अब सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक मोटर गाड़ियों का प्रवेश वर्जित रहेगा.
'देना पड़ सकता है 20 हजार तक जुर्माना'
अगर कोई भी यहां गाड़ी लेकर आता है तो 20 हजार तक का चालान देना पड़ सकता है. इसे लेकर दिल्ली सरकार की तरफ से अधिसूचना भी जारी कर दी गई है. नए नियम क्या होंगे और ये पुराने से कैसे अलग होंगे, इसका कैसा प्रभाव पड़ेगा, ये जानने के लिए ईटीवी भारत चांदनी चौक पहुंचा.
'विदेशी पर्यटकों को भी होती थी समस्या'
ईटीवी भारत ने भी रिक्शे की सवारी के जरिए नई व्यवस्था समझने की कोशिश की. रिक्शा चालक मोहम्मद इशाक ने बताया कि वे यहां 20 साल से रिक्शा चला रहे हैं और नई व्यवस्था पहले की तुलना में काफी अच्छी है. उन्होंने कहा कि पहले जो विदेशी घूमने आते थे, उन्हें भीड़ और टूटी सड़क के कारण काफी दिक्कत होती थी.
'पहले 2 किमी जाने में लग जाते थे आधे घंटे'
मोहम्मद इशाक ने बताया कि लाल किला से फतेहपुरी मस्जिद तक जाने में ही पहले आधे घंटे लग जाते थे. लेकिन करीब दो किमी की यह दूरी अब 5 मिनट में ही तय हो जाती है और सड़क भी सुंदर हो चुकी है. उन्होंने बताया कि पहले लोगों के काम धंधे में भी परेशानी होती थी, लेकिन अब यहां पर चूंकि मोटर गाड़ियां प्रतिबंधित हो गईं हैं, इसलिए भीड़ भी नहीं है.
'नई व्यवस्था से नाराज हैं दुकानदार'
हालांकि स्थानीय दुकानदार सरकार की इस व्यवस्था से खासे नाराज हैं. फतेहपुरी मस्जिद के पास के दुकानदार मोहम्मद इमरान ने बताया कि काम धंधा अब ठप होने लगा है. गाड़ी आ नहीं रही, इसलिए माल नहीं आ पा रहा. वहीं, रेहान का कहना था कि अब बड़े कस्टमर नहीं आ पाते, क्योंकि गाड़ियों की एंट्री नहीं है, खुद हाथ से सामान ढोकर लाना पड़ता है.

पढ़ें-सुर्खियों में चांदनी चौक की मशहूर छुन्नामल हवेली, यहां जानें 'प्रॉपर्टी सेल' से जुड़ा पूरा सच

Last Updated : Jun 17, 2021, 11:47 PM IST
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