नई दिल्ली: फर्जी दस्तावेजों पर लोन लेकर बैंक से ठगी करने वाले एक जालसाज को आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया है. आरोपी की पहचान नोएडा निवासी धीरेंद्र कुमार यादव के रूप में की गई है. आर्थिक अपराध शाखा में एक साल पहले दर्ज हुए मामले में पुलिस को उसकी तलाश थी. अब तक वह कई बैंक से करोड़ों रुपये की ठगी को अंजाम दे चुका था.
अतिरिक्त आयुक्त आरके सिंह के अनुसार मयूर विहार स्थित फेडरल बैंक में पांच करोड़ रुपये के क्रेडिट फैसिलिटी के लिए बालाजी ट्रेडिंग कंपनी द्वारा आवेदन दिया गया था. गारमेंट कारोबारी धीरेंद्र कुमार यादव की तरफ से यह लोन एप्लीकेशन आई थी. इसके लिए उसने अपनी सेक्टर 15 नोएडा स्थित एक प्रॉपर्टी को गिरवी रखने की बात कही थी.
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साल 2017 में यह लोन उसे दिया गया था, लेकिन उसने लोन की किश्त नहीं चुकाई, जिसकी वजह से 2018 में यह खाता NPA घोषित हो गया. इसके बाद जब बैंक ने लोन के लिए जमा कराए गए दस्तावेजों की जांच की तो पता चला कि इस संपत्ति को गिरवी रखने की अनुमति नोएडा प्रशासन द्वारा नहीं दी गई थी.
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आरोपी ने यह पत्र फर्जी बनाकर जमा करवाया था. प्राथमिक छानबीन में पुलिस टीम को पता चला कि आरोपी ने फर्जी दस्तावेज जमा कराकर यह लोन लिया था. बैंक और नोएडा अथॉरिटी से इस फर्जीवाड़े से संबंधित असली दस्तावेज मांगे गए. पुलिस को पता चला कि आरोपी पहले ही नोएडा स्थित अपना कारोबार समेटकर फरार हो चुका है. इसके बाद से पुलिस टीम लगातार उसकी तलाश कर रही थी. पुलिस को यह भी पता चला कि दिल्ली के करोल बाग में भी उसका कपड़ों का कारोबार था. उसने कई बैंक से फर्जी दस्तावेजों पर लोन लिए थे. वह लोन की रकम नोएडा और ग्रेटर नोएडा में प्रॉपर्टी में इन्वेस्ट करता था. उसने कई बैंकों से इस तरह की ठगी की थी.
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टेक्निकल सर्विलांस की मदद से पुलिस टीम को पता चला कि वह सरोजनी नगर मार्केट में आने वाला है. इस जानकारी पर पुलिस टीम ने सरोजनी नगर पार्किंग के पास से उसे पकड़ लिया. आरोपी कार में बैठकर अपने एक मित्र का इंतजार कर रहा था. पुलिस का मानना है कि उसकी गिरफ्तारी से बैंक के साथ होने वाली ठगी की घटनाओं को रोका जा सकेगा.