नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण से लोग परेशान हैं. दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना दिल्ली में प्रदूषण के रोकथाम की व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए सोमवार को सड़क पर उतरे. उन्होंने लाल किले के पीछे - राजघाट, आईटीओ, प्रगति पॉवर प्लांट, आईपी एस्टेट, रिंग रोड पर सराय काले खां के पास मिलेनियम पार्क से पैदल यात्रा करते हुए उपराज्यपाल ने फुटपाथ, सेंट्रल वर्ज और पावर यार्ड का निरीक्षण किया. कई जगह धूल उड़ती मिली. इस पर उन्होंने अधिकारियों को सफाई कराने और पानी का छिड़काव करने का निर्देश दिया.
उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने मैकेनिकल रोड स्वीपरों द्वारा सड़क से धूल की सफाई के लिए चल रहे कार्यों का भी निरीक्षण किया. उन्होंने पाया कि धूल उड़ाने से अधिक प्रदूषण फैल रहा है. पानी के छिड़काव पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने मोबाइल एंटी स्मॉग गन का भी जायजा लिया. उपराज्यपाल ने पीडब्ल्यूडी, एमसीडी, डीडीए समेत अन्य विभागों के अधिकारियों को तुरंत फुटपाथों को कवर करने, पॉवर प्लांट और बस डिपो के यार्डों को धूल मुक्त करने का निर्देश दिया.
प्रदूषण करने वाले वाहनों को दिल्ली में प्रवेश न देने का दिया निर्देश
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने परिवहन विभाग और दिल्ली पुलिस को सख्ती से यह सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया कि ग्रैप-4 के तहत प्रतिबंधित वाहनों को दिल्ली की सड़कों पर न चलने दिया जाए. अन्य राज्यों से दिल्ली में प्रवेश करने वाले प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों के प्रवेश की जांच करने के लिए सीमा पर प्रवर्तन दल लगाकर सख्ती बरती जाए.
लोगों से सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने की अपील
उपराज्यपाल ने प्रदूषण की रोकथाम के लिए लोगों से निजी वाहन की जगह सार्वजनिक परिवहन का अधिकतम उपयोग करने की अपील की. उन्होंने लोगों से आसपास जाने के लिए वहां का प्रयोग न करने और निर्माण व विध्वंस कार्य न करने की अपील की जिससे दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण को रोका जा सके.