नई दिल्ली: यमुना नदी के जलस्तर में लगातार गिरावट देखी जा रही है. वहीं, रिंग रोड और राजघाट की तरफ भरे पानी को निकालने की कोशिश भी लगातार जारी है. यहां पर एलजी वीके सक्सेना स्वयं मोर्चा संभाले हुए हैं. साथी ही उपराज्यपाल बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का लगातार दौरा कर स्थिति का जायजा भी ले रहे हैं. एलजी ने ट्रैक्टर पर बैठकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया है.
एलजी ने कहा कि राजघाट और शांतिवन क्षेत्र से पानी निकालना हमारी प्राथमिकता है. शुरुआत में यहां लगभग 8 फीट पानी था, जो अब घटकर 2 फीट रह गया है. सभी टीमें और एजेंसी साथ मिलकर काम कर रही है. अगले करीब 24 घंटे में सारा पानी निकल जाएगा. उपराज्यपाल ने कहा कि 10 पंपिंग सेट लगे हैं. 400 एचपी कैपेसिटी के इंजन लगाएं गए हैं. यहां पर भारी मात्रा में पानी भरा हुआ है, इसलिए थोड़ी दिक्कत जरूर आ रही है. आरसीसी की सड़कें हैं. कुछ दीवारों को तोड़ा गया है. शांतिवन और राजघाट के पूरे एरिया को पहले की तरह बनाने की पूरी तैयारी की जा रही है.
बता दें, एलजी के निर्देश पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि और राजघाट परिसर से पानी निकालने के लिए दीवारों में छेद किया गया. पानी को ढाल के अनुसार, बाहर निकालने के लिए इस साहसिक निर्णय के साथ-साथ पंप करके भी पानी को बाहर निकाला गया. एलजी ने ट्वीट कर कहा कि उन्होंने रविवार को भी शांतिवन और महात्मा गांधी मार्ग का दौरा किया था. गौरतलब है कि यमुना के जलस्तर में तीन-चार दिनों से कमी देखी जा रही है. हालांकि कल रात यमुना नदी का जलस्तर बढ़ रहा था.
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