नई दिल्ली: दिल्लीवासियों को कोरोना से अभी पूरे तरीके से निजात भी नही मिल पाई थी कि इस बीच अब उन्हें डेंगू जैसी महामारी से सामना कर पड़ रहा है. दिल्ली में एमसीडी के द्वारा मच्छर जनित बीमारियों के (Mosquito borne diseases in Delhi) मद्देनजर जो ताजा रिपोर्ट जारी की गई है, उसमें बीते एक हफ्ते में डेंगू के 299 नए मामले सामने आए हैं. जिसके बाद दिल्ली में डेंगू के मामलों की कुल संख्या 2175 हो गई है. जो 2018 के बाद सबसे ज्यादा है. साथ ही मलेरिया के 6 नए मामले पिछले 1 हफ्ते में सामने आये हैं. जिसके बाद दिल्ली में मलेरिया के कुल मामलों की संख्या 200 हो गई है. हालांकि राहत की बड़ी बात यह है कि राजधानी में चिकनगुनिया के नए मामलों पर लगाम लगी हुई है.
एमसीडी ने मच्छर जनित बीमारियों के मद्देनजर 12 अक्टूबर तक की एक रिपोर्ट साझा की है जिसके अनुसार बीते हफ्ते में दिल्ली में 12 अलग-अलग जोन में बटी एमसीडी के हर जोन में अब डेंगू के मामले दर्जनों की संख्या में सामने आ रहे हैं. जो एक चिंता जनक विषय है. हैरानी की बात यह है कि इस बार दिल्ली के पॉश इलाको और सेंट्रल जोन जैसे क्षेत्रों में भी डेंगू के मामले अधिक संख्या में सामने आ रहे हैं.
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दिल्ली में एमसीडी के द्वारा लगातार मच्छर जनित बीमारियों पर लगाम लगाने के अथक प्रयास किए जा रहे हैं. एमसीडी दिल्ली के विभिन्न इलाकों में दवाइयों के छिड़काव के साथ जागरूकता अभियान को भी बड़े स्तर पर चला रही है. बीते साल दिल्ली में डेंगू के रिकॉर्ड तोड़ 9613 मामले सामने आए थे और 23 लोगों की मृत्यु भी हो गई थी. वहीं इस वर्ष पिछले साल की पुनरावृत्ति ना हो जिसको देखते हुए एमसीडी के द्वारा लगातार कड़े और सख्त कदम उठाए जा रहे हैं. इस साल अभी तक दिल्ली में एमसीडी के द्वारा 21,37,341 घरों में लार्वा पाए जाने के बाद दवाइयों का छिड़काव किया गया है. साथ ही 1,09,505 घरों के मालिकों को लार्वा पाए जाने के मद्देनजर नोटिस भी भेजे गए हैं. एमसीडी द्वारा लार्वा पाए जाने पर बड़ी संख्या में चालान भी किए जा रहे हैं. एमसीडी के द्वारा इस साल अब तक कुल 44,93,102 रुपए की राशि चालान के भुगतान के रूप में प्राप्त की है.
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