नई दिल्ली: दिल्ली सचिवालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि हमारे पास दिल्ली वालों के लिए एक अच्छी खबर है. हम दिल्ली को पूरी तरह से री-डिजाइन करने जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि इसे लेकर कई सालों से मशक्कत कर रहे थे और अब पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर 9 सड़कों के 45 किलोमीटर हिस्से को री-डिजाइन करने जा रहे हैं.
'दिल्ली की सड़के दिखेगीं यूरोप की तरह'
अरविंद केजरीवाल ने बताया कि एक सड़क का वर्क आर्डर कल हो गया है, दो का आज होना है और बाकी का नवंबर महीने में हो जाएगा. उन्होंने बताया कि पूरे 45 किलोमीटर हिस्से की री-डिजाइनिंग एक साल में कंप्लीट हो जाएगी और उसके बाद दिल्ली की सड़कें यूरोप की तरह खूबसूरत दिखने लगेंगीं.
उन्होंने यह भी कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि इसकी वजह से एक्सीडेंट में भी कमी आ जाएगी.
दिव्यांगों की सहायता के लिए बनेगीं सड़के
इसके तहत सड़कों पर जितने बॉटल नेक्स हैं, वो हटाए जाएंगे, कई ऐसे कारण हैं जिनसे चार लेन की सड़क तीन लेन की हो गई है, उन्हें ठीक किया जाएगा, फुटपाथ के लिए अच्छी सी जगह दी जाएगी, फुटपाथ काफी चौड़े होंगे और उनके लिए कम से कम 5 फुट की जगह दी जाएगी, साथ ही फुटपाथ को दिव्यांगों के लिए सहायता प्रद बनाया जाएगा, वहां पेड़ों के लिए भी जगह छोड़ी जाएगी.
'सड़को के किनारे लगेंगे स्ट्रीट फर्नीचर'
इस री-डिजाइनिंग के तहत सड़कों पर बेतरतीब खड़े ऑटो और रिक्शा के लिए अलग से जगह बनाए जाएंगे. ड्रेन्स को री-डिजाइन और रिकंस्ट्रक्ट किया जाएगा.
साथ ही नालों के स्लोप को भी री-डिजाइन किया जाएगा. सड़कों के किनारे स्ट्रीट फर्नीचर लगाए जाएंगे, लैंडस्कैपिंग भी होगी, कोई भी ओपन एरिया नहीं बचेगा, या तो वहां कंक्रीट होगा या फिर घास या फिर पेड़ लगाए जाएंगे.
जिन 9 सड़कों के 45 किलोमीटर हिस्से को री-डिजाइन किया जाना है, वो हैं-
- वजीरपुर डिपो क्रॉसिंग से रिठाला मेट्रो स्टेशन
- ब्रिटानिया चौक से आउटर रिंग रोड वेस्ट एनक्लेव पीतमपुरा
- शिवदापुरी मार्ग एंड पटेल रोड, मोती नगर टी-प्वाइंट से पूसा रोड राउंडअबाउट
- विकास मार्ग, लक्ष्मी नगर चुंगी से कड़कड़ी मोड़
- नरवाना रोड, मदर डेयरी से पंचमहल
- रिंग रोड, मायापुरी से मोती बाग जंक्शन
- रिंग रोड, एम्स से आश्रम
- अंबेडकर नगर से डिफेंस कॉलोनी फ्लाईओवर
- आउटर रिंग रोड, निगमबोध घाट से मैगजीन रोड क्रॉसिंग
'सड़कें बनाने का टोटल बजट रखा गया है 400 करोड़'
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रेजेंटेशन के माध्यम से दिखाया गया कि किस तरह से अभी सड़कें बदहाल हैं और किस तरह से री-डिजाइनिंग के बाद वो खूबसूरत हो जाएंगी. मुख्यमंत्री ने बताया कि इसके लिए 400 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है.