नई दिल्ली: दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहे इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर में झारखंड पवेलियन का स्टॉल लगाया गया है. इस स्टॉल में ज्वेलरी को डिस्प्ले किया गया है. खासियत है कि ज्वेलरी पूरी तरह हैंडमेड है. दरअसल, एक माता-पिता ने काफी मुश्किलों से अपनी बेटी को पढ़ाया. आज बेटी इस मुकाम पर पहुंच गई कि 20 अन्य महिलाओं को रोजगार मुहैया करा रही है. पहली बार वह राजधानी में आयोजित ट्रेड फेयर में अपना स्टॉल लगाई हैं.
झारखंड की लोह नगरी जमशेदपुर से आई काजल नंदी ने बताया कि 2019 में उन्होंने अपने मित्र अनिल कुमार के साथ मिलकर हैंड मेड ज्वेलरी का बिजनेस शुरू किया था. परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण उन्होंने अपने मित्र से मदद मांगी और मात्र 1500 रुपए से कारोबार की शुरुआत की थी. वर्तमान में उनके साथ 20 महिलाएं कार्यरत हैं. सभी को फ्री में ज्वेलरी बनाने का प्रशिक्षण दिया. इसमें से 12 लड़कियां फुल टाइम काम करती है. ये सभी लड़कियां आदिवासी समुदाय की है. साथ ही 80 ऐसी महिलाओं को भी फ्री में प्रशिक्षित किया, जो अलग-अलग गांव में इस काम को कर रही हैं.
काजल ने बताया कि बीते 3 महीनों से वह लगातार प्रदर्शनियों और फेयर्स में हिस्सा ले रही हैं, जिससे उनके ब्रांड की पब्लिसिटी हो पाए. काजल अपने माता-पिता की इकलौती बेटी है. उनके पिता गांव में सब्जियों और फलों की बिक्री करते हैं. साथ ही त्योहारों के सीजन में मिठाइयां बनाते हैं. पिता का सपना था कि वह सरकारी नौकरी करें, लेकिन काजल को बिजनेस करने का शौक था. जब कारोबार शुरू किया तो परिवार नाखुश था, लेकिन जब व्यापार ने अच्छी रफ्तार पकड़ी तो परिवार को लगा कि बेटी का निर्णय सही था. अब काजल के व्यवसाय का मासिक टर्नओवर 3 लाख है.
मात्र 7 दिन पहले की IITF आने की तैयारी: काजल ने बताया कि उनको मात्र 7 दिन पहले ही कन्फर्म हुआ था कि उनको IITF में एक स्टॉल मिल गया है. इसके बाद उनकी टाइम ने कड़ी मेहनत कर सारी ज्वेलरी तैयार की, जिनको स्टॉल में डिस्प्ले किया गया है.