नई दिल्ली: जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी की सेंट्रल लाइब्रेरी के रीडिंग रूम को एक साल बाद फिर खोल दिया गया है. रीडिंग रूम को अब पूरी तरीके से रंग रोगन करने के बाद अधिकारिक रूप में आज जामिया मिल्लिया इस्लामिया की चांसलर और मणिपुर की राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला ने रीडिंग रूम का उद्घाटन किया. इस दौरान जामिया की कुलपति प्रोफेसर नजमा अख्तर भी मौजूद रहीं.
जामिया हिंसा में रीडिंग रूम को हुआ सबसे ज्यादा नुकसान
पिछले साल सिटिजन अमेंडमेंट एक्ट और एनआरसी को लेकर विश्वविद्यालय में विरोध प्रदर्शन चल रहा था. इसी दौरान हुई हिंसा में सेंट्रल लाइब्रेरी के रीडिंग रूम को काफी नुकसान हुआ था. जिसके बाद कुछ दिनों के लिए विश्वविद्यालय खुलने के बावजूद भी सेंट्रल लाइब्रेरी के रीडिंग रूम में छात्र नहीं आ पा रहे थे. लेकिन अब इस लाइब्रेरी के रीडिंग रूम को फिर से खोल दिया गया है.
रीडिंग रूम का हुआ रिनोवेशन
वहीं जामिया मिल्लिया इस्लामिया की कुलपति प्रोफेसर नजमा अख्तर ने कहा कि लाइब्रेरी छात्रों के लिए खुली हुई थी. आज सेंट्रल लाइब्रेरी के रीडिंग रूम सेक्शन को पूरी तरीके से रिनोवेट करने के बाद उसका उद्घाटन किया गया है. उन्होंने कहा कि हिंसा के दौरान सबसे ज्यादा लाइब्रेरी के रीडिंग रूम में ही नुकसान हुआ था. लेकिन अब रीडिंग रूम पहले से और अच्छा हो गया है.
विश्वविद्यालय की अनुमति के बाद खुलेगी लाइब्रेरी
वहीं जामिया मिल्लिया इस्लामिया के लाइब्रेरियन तारिक अशरफ ने बताया कि सेंट्रल लाइब्रेरी के रीडिंग रूम में जो भी नुकसान हिंसा के दौरान हुआ था, उसे अब ठीक कर लिया गया है. नई कुर्सी लगाई गई हैं और जो टेबल हिंसा में टूट गई थी, उन्हें बदल दिया गया है. इसके अलावा लाइट को भी बदला गया है. वहीं लाइब्रेरी खुलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन जब भी लाइब्रेरी के खोलने की अनुमति देगी, छात्रों के लिए लाइब्रेरी खोल दी जाएगी.