नई दिल्ली: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पार्किंग एरिया में करंट लगने से हुई महिला की मौत के बाद रेलवे की दिल्ली डिवीजन ने जांच कमेटी गठित की है. कमेटी में शामिल तीन अधिकारी, 10 दिन में अपनी रिपोर्ट डिवीजन को सौंपेंगे. जिसके आधार पर जिम्मेदारी तय करते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि सोमवार को जांच टीम ने घटनास्थल का मुआयना भी किया था. वहीं रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जांच समिति में सीनियर कॉमर्शियल मैनेजर, सीनियर डिवीजन सेफ्टी ऑफिसर और सीआरपीएफ के सीनियर डिवीजन सिक्योरिटी कमिश्नर भी शामिल हैं. इस जांच समिति के अलावा रेलवे पुलिस अपने स्तर से भी मामले की जांच कर रही है.
बता दें कि सोमवार को रेलवे पुलिस ने स्टेशन के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे को भी खंगाला. सूत्रों का कहना है कि जांच समिति मृतक महिला के परिजनों से मुलाकात कर उनके बयान दर्ज करेगी. सोमवार को जांच समिति ने मौके पर मुआयना किया. सूत्रों के मुताबिक समिति जांच के दौरान जिन पहलुओं की पड़ताल करेगी उनमें बिजली के खंभे का मेंटेनेंस कब हुआ ? बारिश के दौरान जल निकासी की व्यवस्था क्या है ? हादसे के वक्त पुलिस की मुस्तैदी कैसी थी ? इन खंभों की जांच व निगरानी किसकी जिम्मेदारी है ? जैसे कई पहलुओं की जांच की जा रही है.
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नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर रविवार तड़के करंट लगने से हुई महिला की मौत के दो दिन बीतने के बाद भी रेलवे इसके लिए जिम्मेदार व्यक्ति का नाम नहीं बता सकी है. इसके बाद दिल्ली पुलिस ने डिवीजन रेलवे मैनेजर, डीआरएम से जिम्मेदार का नाम बताने को कहा है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली मंडल के डिवीजन रेलवे मैनेजर डिंपी गर्व को पत्र भेजकर जल्द से जल्द घटना संबंधित स्पष्ट जानकारी मांगी गई है.
दिल्ली पुलिस की मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुमन नलवा ने बताया कि घटना रेलवे परिसर के अंदर हुई है, ऐसे में रेलवे से पूछा गया है कि बिजली के उपकरणों की देख-रेख किस विभाग और अधिकारी के पास है? फिलहाल दिल्ली पुलिस को रेलवे के जवाब का इंतजार है.
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