नई दिल्ली: नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) ने अपनी आपदा प्रबंधन क्षमताओं को बढ़ाने और आगामी जी 20 शिखर सम्मेलन का समर्थन करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है. एनडीएमसी का जी 20 कंट्रोल रूम, दिल्ली के हुमायूं रोड स्थित इसके आपदा प्रबंधन केंद्र में ही शुरू किया गया है. यह जानकारी रविवार को नई दिल्ली नगरपालिका परिषद के उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने दी. उन्होंने जी 20 शिखर सम्मेलन की सभी तैयारियों के समर्पित पर्यवेक्षण और निगरानी के लिए एनडीएमसी अध्यक्ष अमित यादव, सचिव डॉ. अंकिता चक्रवर्ती और परिषद के अन्य सदस्यों की सराहना की.
आपदा प्रबंधन केंद्र का परिचलन शुरू: एनडीएमसी उपाध्यक्ष ने उस टीम के प्रति भी आभार व्यक्त किया, जिसमें जी 20 शिखर सम्मेलन की सफल शुरुआत सुनिश्चित करने के लिए दिन-रात अथक प्रयास करने वाले अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं. वहीं, एनडीएमसी अध्यक्ष अमित यादव ने जानकारी दी की आपदा प्रबंधन केंद्र का आधिकारिक रूप से दो सितंबर, 2023 को परिचालन शुरू कर दिया गया है.
साथ ही एनडीएमसी के विभिन्न विभागों के बीच समन्वय की सुविधा और बाहरी एजेंसियों जैसे दिल्ली पुलिस, ट्रैफिक पुलिस और सीपीडब्ल्यूडी के साथ चार सितंबर से 10 सितंबर 2023 तक संपर्क स्थापित करने के लिए विभाग प्रमुख स्तर पर परिषद के बारह वरिष्ठ अधिकारियों को नोडल अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया है.
चार शिफ्ट में काम करेगी टीम: उन्होंने कहा कि जी 20 शिखर सम्मेलन के दौरान नई दिल्ली क्षेत्र में एनडीएमसी नागरिक सेवाओं के सुचारू कामकाज को सुनिश्चित करने के लिए, एनडीएमसी के विभिन्न विभागीय अधिकारियों की टीम चौबीस घंटे, चार शिफ्ट में काम करेगी. इसके अतिरिक्त, कंट्रोल रूम की देखरेख तीन वरिष्ठ अधिकारी करेंगे.
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लॉगबुक बनाने का दिया गया निर्देश: एनडीएमसी उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने कहा कि इन नोडल अधिकारियों को प्राप्त सभी शिकायतों और प्रत्येक शिकायत के लिए की गई कार्रवाई का दस्तावेजीकरण करते हुए एक लॉगबुक बनाने का निर्देश दिया गया है. दिन के समय, सिविल-I, बागवानी, सार्वजनिक स्वास्थ्य, प्रवर्तन, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, परिवहन विभाग, अग्निशमन और सुरक्षा विभागों सहित एनडीएमसी के विभिन्न विभागों के अधिकारी अपने संबंधित कर्तव्यों और विभाग-विशिष्ट मुद्दों को संबोधित करने के लिए जिम्मेदार होंगे. हालांकि रात के समय किसी भी मुद्दे पर त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक विभाग से एक नोडल अधिकारी कंट्रोल रूम में तैनात किया जाएगा.