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'सेफ सिटी प्रोजेक्ट' से दिल्ली में लगेगी अपराध पर लगाम, गृह मंत्रालय ने दी मंजूरी

दिल्ली में लोगों की सुरक्षा के लिए दिल्ली पुलिस को गृह मंत्रालय से सेफ सिटी प्रोजेक्टकी मंजूरी मिल गई है. प्रोजेक्ट शुरु होने के बाद दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा बढ़ेगी और अपराधों में भी कमी आएगी.

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Published : Aug 9, 2019, 6:30 PM IST

सेफ सिटी प्रोजेक्ट ETV BHARAT

नई दिल्ली: राजधानी में महिलाओं की सुरक्षा दिल्ली पुलिस की प्राथमिकता है. इसके लिए पुलिस गंभीरता से काम भी करती रही है. इसी कड़ी में पुलिस जल्द ही दिल्ली में सेफ सिटी प्रोजेक्ट लाने की योजना बना रही है. गृह मंत्रालय की तरफ से इस प्रोजेक्ट को मंजूरी मिल गई है. पुलिस का मानना है कि इस प्रोजेक्ट के शुरू होने से महिलाओं की सुरक्षा बढ़ेगी और दिल्ली में होने वाले अपराधों में भी कमी आएगी.

सेफ सिटी प्रोजेक्ट लाएगा दिल्ली में बदलाव?

'महिला सुरक्षा पुलिस की प्राथमिकता'
दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता डीसीपी मंदीप सिंह रंधावा ने बताया कि महिलाओं की सुरक्षा दिल्ली पुलिस की प्राथमिकताओं में सबसे ऊपर है. पुलिस महिला सुरक्षा को लेकर हर संभव कदम उठाती है. इसके लिए पुलिस की सड़क पर मौजूदगी को लगातार बढ़ाया जा रहा है. कॉलेज एवं स्कूल के पास पुलिसकर्मियों की गश्त करने के साथ ही महिला पुलिस को खासतौर से तैनात किया गया है.

ऐसी जगहों पर मनचलों को सबक सिखाने के लिए सादे कपड़ों में भी पुलिस की तैनाती की जाती है. प्रत्येक थाने में महिला हेल्प डेस्क बनाये गए हैं ताकि महिला शिकायतकर्ता को अपनी बात कहने में कोई दिक्कत न हों.

सेफ सिटी प्रोजेक्ट से आएगी मजबूती
डीसीपी ने बताया कि हाल ही में गृह मंत्रालय से सेफ सिटी प्रोजेक्ट को मंजूरी मिली है. इस प्रोजेक्ट के तहत दिल्ली में ऐसी जगहों को चिन्हित किया जाएगा जहां पर महिला अपराध हो रहे हैं. वहां इस अपराध की वजह क्या है. संभव है कि कहीं पर अंधेरा होने की वजह से मनचले छेड़छाड़ कर रहे हों. कहीं पर खुले में शराब पी रहे लोग महिलाओं से बदसलूकी कर रहे हों.

इस प्रोजेक्ट के जरिए उस जगह को सुरक्षित बनाया जाएगा. अगर वहां पर लाइट की आवश्यकता है तो वह लगाई जाएगी. अगर वहां सीसीटीवी चाहिए तो वह लगाया जाएगा. अगर वहां मोबाइल पेट्रोलिंग की आवश्यकता होगी तो उसे करवाया जाएगा. इसका काफी अच्छा परिणाम देखने को मिलेगा.

प्रशिक्षण के साथ जागरूकता
डीसीपी मंदीप सिंह रंधावा ने बताया कि महिलाओं को मजबूत बनाने के लिए दिल्ली पुलिस लगातार स्कूल एवं कॉलेज की छात्राओं के साथ ही महिलाओं को भी आत्मरक्षा का प्रशिक्षण देते हैं. राजधानी में लगभग 10 लाख छात्राओं एवं महिलाओं को यह प्रशिक्षण दिल्ली पुलिस की तरफ से दिया जा चुका है.

साथ ही स्कूली बच्चों को जागरूक करने के लिए उन्हें स्कूल में जाकर महिला अपराध से संबंधित जानकारी दी जाती है. उन्हें गुड टच एवं बेड टच के बारे में बताया जाता है. किसी प्रकार की दिक्कत होने पर उन्हें क्या करना चाहिए यह जानकारी दी जाती है. इससे बच्चियों का आत्मविश्वास भी बढ़ता है.

1 लाख से ज्यादा महिलाएं हिम्मत ऐप पर
उन्होंने बताया कि दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा के लिए पुलिस ने हिम्मत ऐप तैयार किया था. इसे बड़ी संख्या में ऑटो एवं टैक्सी से भी जोड़ा गया है. राजधानी में लगभग एक लाख महिलाएं इस ऐप का इस्तेमाल कर रही हैं. इस एप से जुड़ने पर वह सीधे दिल्ली पुलिस से जुड़ जाती हैं. उनकी लाइव लोकेशन दिल्ली पुलिस को मिलती रहती है.

अगर वह इस एप से जुड़ी गाड़ी में सफर कर रही हैं तो कैब चालक की पूरी जानकारी भी दिल्ली पुलिस के पास आ जाती है. अगर कोई भी दिक्कत उन्हें होती है तो एक इशारा मिलते ही तुरंत उन तक पीसीआर पहुंच जाएगी.

'कभी भी दिल्ली पुलिस से करें संपर्क'
डीसीपी मंदीप सिंह रंधावा ने बताया कि छात्राएं एवं महिलाएं अपनी समस्या को लेकर कभी भी दिल्ली पुलिस से मदद ले सकती हैं. दिल्ली पुलिस के हेल्पलाइन नंबर के साथ ही सोशल मीडिया के माध्यम से भी वह पुलिस को संपर्क कर सकती हैं.

नई दिल्ली: राजधानी में महिलाओं की सुरक्षा दिल्ली पुलिस की प्राथमिकता है. इसके लिए पुलिस गंभीरता से काम भी करती रही है. इसी कड़ी में पुलिस जल्द ही दिल्ली में सेफ सिटी प्रोजेक्ट लाने की योजना बना रही है. गृह मंत्रालय की तरफ से इस प्रोजेक्ट को मंजूरी मिल गई है. पुलिस का मानना है कि इस प्रोजेक्ट के शुरू होने से महिलाओं की सुरक्षा बढ़ेगी और दिल्ली में होने वाले अपराधों में भी कमी आएगी.

सेफ सिटी प्रोजेक्ट लाएगा दिल्ली में बदलाव?

'महिला सुरक्षा पुलिस की प्राथमिकता'
दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता डीसीपी मंदीप सिंह रंधावा ने बताया कि महिलाओं की सुरक्षा दिल्ली पुलिस की प्राथमिकताओं में सबसे ऊपर है. पुलिस महिला सुरक्षा को लेकर हर संभव कदम उठाती है. इसके लिए पुलिस की सड़क पर मौजूदगी को लगातार बढ़ाया जा रहा है. कॉलेज एवं स्कूल के पास पुलिसकर्मियों की गश्त करने के साथ ही महिला पुलिस को खासतौर से तैनात किया गया है.

ऐसी जगहों पर मनचलों को सबक सिखाने के लिए सादे कपड़ों में भी पुलिस की तैनाती की जाती है. प्रत्येक थाने में महिला हेल्प डेस्क बनाये गए हैं ताकि महिला शिकायतकर्ता को अपनी बात कहने में कोई दिक्कत न हों.

सेफ सिटी प्रोजेक्ट से आएगी मजबूती
डीसीपी ने बताया कि हाल ही में गृह मंत्रालय से सेफ सिटी प्रोजेक्ट को मंजूरी मिली है. इस प्रोजेक्ट के तहत दिल्ली में ऐसी जगहों को चिन्हित किया जाएगा जहां पर महिला अपराध हो रहे हैं. वहां इस अपराध की वजह क्या है. संभव है कि कहीं पर अंधेरा होने की वजह से मनचले छेड़छाड़ कर रहे हों. कहीं पर खुले में शराब पी रहे लोग महिलाओं से बदसलूकी कर रहे हों.

इस प्रोजेक्ट के जरिए उस जगह को सुरक्षित बनाया जाएगा. अगर वहां पर लाइट की आवश्यकता है तो वह लगाई जाएगी. अगर वहां सीसीटीवी चाहिए तो वह लगाया जाएगा. अगर वहां मोबाइल पेट्रोलिंग की आवश्यकता होगी तो उसे करवाया जाएगा. इसका काफी अच्छा परिणाम देखने को मिलेगा.

प्रशिक्षण के साथ जागरूकता
डीसीपी मंदीप सिंह रंधावा ने बताया कि महिलाओं को मजबूत बनाने के लिए दिल्ली पुलिस लगातार स्कूल एवं कॉलेज की छात्राओं के साथ ही महिलाओं को भी आत्मरक्षा का प्रशिक्षण देते हैं. राजधानी में लगभग 10 लाख छात्राओं एवं महिलाओं को यह प्रशिक्षण दिल्ली पुलिस की तरफ से दिया जा चुका है.

साथ ही स्कूली बच्चों को जागरूक करने के लिए उन्हें स्कूल में जाकर महिला अपराध से संबंधित जानकारी दी जाती है. उन्हें गुड टच एवं बेड टच के बारे में बताया जाता है. किसी प्रकार की दिक्कत होने पर उन्हें क्या करना चाहिए यह जानकारी दी जाती है. इससे बच्चियों का आत्मविश्वास भी बढ़ता है.

1 लाख से ज्यादा महिलाएं हिम्मत ऐप पर
उन्होंने बताया कि दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा के लिए पुलिस ने हिम्मत ऐप तैयार किया था. इसे बड़ी संख्या में ऑटो एवं टैक्सी से भी जोड़ा गया है. राजधानी में लगभग एक लाख महिलाएं इस ऐप का इस्तेमाल कर रही हैं. इस एप से जुड़ने पर वह सीधे दिल्ली पुलिस से जुड़ जाती हैं. उनकी लाइव लोकेशन दिल्ली पुलिस को मिलती रहती है.

अगर वह इस एप से जुड़ी गाड़ी में सफर कर रही हैं तो कैब चालक की पूरी जानकारी भी दिल्ली पुलिस के पास आ जाती है. अगर कोई भी दिक्कत उन्हें होती है तो एक इशारा मिलते ही तुरंत उन तक पीसीआर पहुंच जाएगी.

'कभी भी दिल्ली पुलिस से करें संपर्क'
डीसीपी मंदीप सिंह रंधावा ने बताया कि छात्राएं एवं महिलाएं अपनी समस्या को लेकर कभी भी दिल्ली पुलिस से मदद ले सकती हैं. दिल्ली पुलिस के हेल्पलाइन नंबर के साथ ही सोशल मीडिया के माध्यम से भी वह पुलिस को संपर्क कर सकती हैं.

Intro:नई दिल्ली
राजधानी में महिलाओं की सुरक्षा दिल्ली पुलिस की प्राथमिकता है. इसके लिए पुलिस गंभीरता से काम भी करती है. इसी कड़ी में पुलिस जल्द ही दिल्ली में सेफ सिटी प्रोजेक्ट लेकर आ रही है. गृह मंत्रालय की तरफ से इस प्रोजेक्ट को मंजूरी मिल गई है. पुलिस का मानना है कि इस प्रोजेक्ट के शुरु होने से महिलाओं की सुरक्षा बढ़ेगी एवं उनके साथ होने वाले अपराधों में भी कमी आएगी.


Body:दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता डीसीपी मंदीप सिंह रंधावा ने बताया कि महिलाओं की सुरक्षा दिल्ली पुलिस की प्राथमिकताओं में सबसे ऊपर है. पुलिस महिला सुरक्षा को लेकर हर संभव कदम उठाती है. इसके लिए पुलिस की सड़क पर मौजूदगी को लगातार बढ़ाया जा रहा है. कॉलेज एवं स्कूल के पास पुलिसकर्मियों की गश्त करने के साथ ही महिला पुलिस को खासतौर से तैनात किया गया है. ऐसी जगहों पर मनचलों को सबक सिखाने के लिए सादे कपड़ों में भी पुलिस की तैनाती की जाती है. प्रत्येक थाने में महिला हेल्प डेस्क बनाये गए हैं ताकि महिला शिकायतकर्ता को अपनी बात कहने में कोई दिक्कत न हों.


सेफ सिटी प्रोजेक्ट से आएगी मजबूती
डीसीपी मंदीप सिंह रंधावा ने बताया कि हाल ही में गृह मंत्रालय से सेफ सिटी प्रोजेक्ट को मंजूरी मिली है. इस प्रोजेक्ट के तहत दिल्ली में ऐसी जगहों को चिन्हित किया जाएगा जहां पर महिला अपराध हो रहे हैं. वहां इस अपराध की वजह क्या है. संभव है कि कहीं पर अंधेरा होने की वजह से मनचले छेड़छाड़ कर रहे हों. कहीं पर खुले में शराब पी रहे लोग महिलाओं से बदसलूकी कर रहे हों. इस प्रोजेक्ट के जरिए उस जगह को सुरक्षित बनाया जाएगा. अगर वहां पर लाइट की आवश्यकता है तो वह लगाई जाएगी. अगर वहां सीसीटीवी चाहिए तो वह लगाया जाएगा. अगर वहां मोबाइल पेट्रोलिंग की आवश्यकता होगी तो उसे करवाया जाएगा. इसका काफी अच्छा परिणाम देखने को मिलेगा.




आत्मरक्षा प्रशिक्षण के साथ किया जाता है जागरूक
डीसीपी मंदीप सिंह रंधावा ने बताया कि महिलाओं को मजबूत बनाने के लिए दिल्ली पुलिस लगातार स्कूल एवं कॉलेज की छात्राओं के साथ ही महिलाओं को भी आत्मरक्षा का प्रशिक्षण देते हैं. राजधानी में लगभग 10 लाख छात्राओं एवं महिलाओं को यह प्रशिक्षण दिल्ली पुलिस की तरफ से दिया जा चुका है. इसके साथ ही स्कूली बच्चों को जागरूक करने के लिए उन्हें स्कूल में जाकर महिला अपराध से संबंधित जानकारी दी जाती है. उन्हें गुड टच एवं बेड टच के बारे में बताया जाता है. किसी प्रकार की दिक्कत होने पर उन्हें क्या करना चाहिए यह जानकारी दी जाती है. इससे बच्चियों का आत्मविश्वास भी बढ़ता है.


एक लाख से ज्यादा महिलायें इस्तेमाल कर रही हिम्मत एप
उन्होंने बताया कि दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा के लिए पुलिस ने हिम्मत एप तैयार किया था. इसे बड़ी संख्या में ऑटो एवं टैक्सी से भी जोड़ा गया है. राजधानी में लगभग एक लाख महिलाएं इस एप का इस्तेमाल कर रही हैं. इस एप से जुड़ने पर वह सीधे दिल्ली पुलिस से जुड़ जाती हैं. उनकी लाइव लोकेशन दिल्ली पुलिस को मिलती रहती है. अगर वह इस एप से जुड़ी गाड़ी में सफर कर रही हैं तो कैब चालक की पूरी जानकारी भी दिल्ली पुलिस के पास आ जाती है. अगर कोई भी दिक्कत उन्हें होती है तो एक इशारा मिलते ही तुरंत उन तक पीसीआर पहुंच जाएगी.


Conclusion:कभी भी दिल्ली पुलिस से करें संपर्क
डीसीपी मंदीप सिंह रंधावा ने बताया कि छात्राएं एवं महिलाएं अपनी समस्या को लेकर कभी भी दिल्ली पुलिस से मदद ले सकती हैं. दिल्ली पुलिस के हेल्पलाइन नंबर के साथ ही सोशल मीडिया के माध्यम से भी वह पुलिस को संपर्क कर सकती हैं.
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