नई दिल्ली: दिल्ली के निर्भया कांड में दोषियों का केस लड़ने के चलते सुर्खियों में आए वकील एपी सिंह ने एक बार फिर हाथरस मामले को लेकर बयान दिया है. मामले में आरोपियों का पक्ष रख रहे वकील एपी सिंह ने एक बार फिर कहा है कि इसमें कोई रेप नहीं हुआ और न ही आरोपियों ने ये हत्या की है. बल्कि यह ऑनर किलिंग का मामला है.
सिंह ने कहा है कि पीड़िता का परिवार जांच के लिए एजेंसियों को न तो मॉडर्न टूल इस्तेमाल करने की इजाजत दे रहा है और ना ही उनके सवालों का जवाब दे रहा है. बल्कि जांच एजेंसियों द्वारा पूछे जाने वाले सवालों को मुद्दा बनाकर राजनीति हो रही है.
शनिवार को एपी सिंह ने कहा कि हाथरस प्रकरण में तेजी से सीबीआई मामले की जांच कर रही है. सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया के आदेश के बाद उत्तर प्रदेश के उच्च न्यायालय की इलाहाबाद हाईकोर्ट की बेंच उसकी मॉनिटरिंग कर रही है. ऐसे समय में जब इन्वेस्टिगेशन बहुत अच्छी चल रही है, साफ चल रही है, पारदर्शी चल रही है. पीड़िता के परिवार को पूरी सुरक्षा उपलब्ध करा दी गई है तब दो चीजें बहुत महत्वपूर्ण आती हैं. पहला इन्वेस्टिगेशन के मॉडर्न टूल्स.
मामले को ऑनर किलिंग बताया
वो कहते हैं कि प्रत्येक इन्वेस्टिगेशन एजेंसी, इन्वेस्टिगेशन के मॉडल्स के लिए जिम्मेदार है और उनको चला रही है, इस्तेमाल कर रही है, उसी में पॉलीग्राफ टेस्ट, ब्रेन मैपिंग और लाइ डिटेक्टर टेस्ट आदि हैं. पीड़िता के परिवार को इसमें बहुत बड़ी आपत्ति है. वह कहते हैं कि हम इस में भाग नहीं लेंगे इन सभी को नहीं कराएंगे. ये चोर की दाढ़ी में तिनका नहीं तो और क्या है. सिंह कहते हैं कि यह ऑनर किलिंग का मामला है. 104 कॉल है दोनों के बीच में और यह लव अफेयर था. इसमें न तो कोई रेप हुआ है और न ही हत्या हुई है.
दूसरी बात के विषय में सिंह कहते हैं कि एजेंसी जब भी कोई सवाल पूछती है, तो पीड़िता का परिवार उसी सवाल पर सवाल उठा देता है. वो कहते हैं इन्वेस्टिगेशन एजेंसी जब भी कोई सवाल पूछती है, तो वह जांच का हिस्सा होता है. उस सवाल पर पीड़िता का भाई सवाल उठता है. इन सवालों पर फिर राजनीति होती है. ये क्या हो रहा है.
वरिष्ठ वकील कहते हैं कि पहले जांच पर भरोसा नहीं किया गया. सीआरपीएफ के 80 जवान वह तैनात किए गए हैं. देश की सबसे बड़ी एजेंसी सीबीआई मामले की जांच कर रही है. इसके बावजूद यह सवाल पर सवाल नहीं होने चाहिए.