नई दिल्ली/ ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण(Greater Noida Authority) के सेक्टर ईटा वन में स्वच्छ पानी की बर्बादी होने पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के जल विभाग ने एसके बिल्डर्स पर दो लाख रुपये का जुर्माना लगाया है. प्राधिकरण ने फर्म को दोबारा ऐसी गलती होने पर और कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है.
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के जल विभाग के वरिष्ठ प्रबंधक कपिल सिंह ने बताया कि सेक्टर ईटा वन में 22 नवंबर को अपर जलाशय व 23 नवंबर को भूमिगत जलाशय के ओवरफ्लो होने से सड़क पर पानी बहने की सूचना मिली. जल विभाग की टीम ने मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया. नलकूप पर तैनात कर्मचारी की लापरवाही के चलते ओवरफ्लो होने के कारण पानी बर्बाद होने की बात सामने आई. जिसकी वजह से प्राधिकरण के जल विभाग की तरफ से एसके बिल्डर्स नामक फर्म पर दो दिन पानी बर्बाद करने के कारण एक-एक लाख (कुल दो लाख) रुपये का जुर्माना लगाया गया है.
जुर्माने की यह रकम फर्म को होने वाले भुगतान में से कटौती कर की जाएगी. साथ ही फर्म को चेतावनी दी गई है कि दोबारा ऐसी गलती होने पर और कठोर कार्रवाई की जाएगी. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने इस तरह की गलती की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सभी फर्मों को अलर्ट करने के निर्देश जल विभाग को दिए हैं. उन्होंने ग्रेटर नोएडावासियों से भी अपील की है कि पानी की एक-एक बूंद बहुत कीमती है. इसे बहुत संभाल कर खर्च करें. अगर कहीं पर पानी की बर्बादी दिखे तो तत्काल उसकी सूचना प्राधिकरण की टीम को दें. पानी की बर्बादी रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई की जाएगी. साथ ही उन्होंने सेक्टर के लोगों से भी अपील की है कि पानी की बर्बादी कम से कम करें.
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