नई दिल्ली: बीएलके सुपर स्पेशलिटी अस्पताल (BLK Super Specialty Hospital) के दो मरीजों को दिल की बीमारियों के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जिसके बाद दोनों मरीजों का कोरोना टेस्ट किया गया. दोनों पॉजिटीव पाए गए. कोरोना संक्रमित होने के बाद मरीजों को कॉकटेल एंटीबाडी ड्रग दी गई थी, जिसका अच्छा असर हुआ है.
चेस्ट एंड रेस्पिरेट्री डिजीज डिपार्टमेंट के सीनियर डायरेक्टर डॉक्टर संदीप नायर ने बताया 70 साल के सुनीरमल घटक और 65 साल के सुरेश कुमार नेत्रह दोनों को दिल की बीमारियों के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उनकी कोरोना की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर 3 दिन के भीतर उन्हें मोनोक्लोनल एंटीबॉडी थेरेपी दी गई थी, जिसके बाद दोनों मरीजों में कोरोना को विकसित होने से रोका गया और तेजी से मोनोक्लोनल एंटीबॉडी ने अपना असर दिखाया और दोनों मरीजों की 8 दिन के भीतर कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आ गई है.
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डॉ नायर ने कहा कि इस परीक्षण के बाद मोनोक्लोनल एंटीबॉडी कॉकटेल ड्रग को कोविड के खिलाफ सुरक्षित रूप से गेमचेंजर कहा जा सकता है. ये दवा कोरोना के इलाज में 80 फीसदी तक कारगर है और इसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं. बता दें कोरोना के इलाज में एंटीबॉडी ड्रग का इस्तेमाल तेजी से हो रहा है. दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो, बीएलके सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के बाद अब यह दवा दिल्ली के पहले सरकारी लोकनायक जयप्रकाश में भी उपलब्ध है, जहां मरीजों को यह दवा मुफ्त में दी जाएगी, जबकि प्राइवेट अस्पतालों में इस दवा की कीमत करीब 60,000 है.
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