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JNU: छात्रसंघ अध्यक्ष आइशी घोष सहित कई छात्रों पर FIR दर्ज

जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने 2 एफआईआर दर्ज की हैं. ये जेएनयू प्रशासन की शिकायत पर दर्ज की गई हैं.

Aishe Ghosh
आइशी घोष
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Published : Jan 7, 2020, 11:29 AM IST

नई दिल्ली: जेएनयू हिंसा को लेकर दर्ज तीन एफआईआर में से दो में जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष का नाम दर्ज है. आइशी के अलावा भी दर्जन भर से अधिक छात्रों का नाम इस एफआईआर में दर्ज है. ये एफआईआर जेएनयू प्रशासन की शिकायत पर 3 और 4 जनवरी को दर्ज की गईं थी, जिनकी जांच अब क्राइम ब्रांच कर रही है.

जेएनयू प्रशासन की शिकायत पर दर्ज

जानकारी के अनुसार तीन जनवरी को दर्ज एफआईआर में कहा गया है कि विंटर सेमेस्टर के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया जेएनयू में चल रही थी. दोपहर के समय नकाब पहने हुए कुछ छात्र इनफॉर्मेशन सिस्टम के ऑफिस में घुसे, जो एडमिनिस्ट्रेशन ब्लॉक के पास है. इस क्षेत्र में उच्च न्यायालय के आदेश पर जाना मना है.

'कहे गए अपशब्द'

नकाबपोशों ने यहां की लाइट काट दी और वहां काम कर रहे सभी टेक्निकल स्टाफ को बाहर निकाल दिया ताकि सर्वर काम ना कर सके. उनके साथ हाथापाई की गई और अपशब्द कहे गए.

FIR against Aishe Ghosh
FIR में आइशी घोष का नाम

'कमरे पर जड़ दिया ताला'

शिकायत में बताया गया है कि छात्रों ने कमरे के बाहर ताला लगा दिया और लोगों को अंदर नहीं घुसने दिया, जिसकी वजह से रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया बाधित हो गई. इसके साथ ही इस सर्वर से जुड़े जेएनयू के अन्य काम भी रुक गए. यहां तक कि बायोमैट्रिक अटेंडेंस और सीसीटीवी सर्विलांस सिस्टम भी ठप हो गया.

प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि इस कार्य में जो छात्र शामिल थे उनके नाम आइशी घोष, गीता कुमारी, विवेक पांडे, सूर्यप्रकाश, सतीश चंद्र यादव, साकेत मून, सारिका चौधरी, रमेश और प्रियदर्शनी हैं. इस शिकायत पर वसंत कुंज थाने में मामला दर्ज किया गया है.

'चार जनवरी को भी की गई मारपीट'

4 जनवरी को दर्ज एफआईआर में जेएनयू के सुरक्षा विभाग की तरफ से शिकायत दी गई है. इसमें बताया गया है कि 3 जनवरी को रातभर सीआईएस ऑफिस बंद रहा क्योंकि छात्रों ने सर्वर को बंद कर दिया था. 4 जनवरी की सुबह कर्मचारियों द्वारा जेएनयू सिक्योरिटी गार्ड की मदद से उसे खोलने का प्रयास किया गया. उस समय मौजूद छात्रों ने यहां पर हिंसा की और महिला सुरक्षाकर्मियों के साथ हाथापाई की. उन्हें अपशब्द कहे गए और धमकी दी गई.

4 जनवरी की एफआईआर में इन छात्रों के नाम

जेएनयू प्रशासन की तरफ से चार जनवरी को दर्ज कराई गई एफआईआर में आइशी घोष, साकेत मून, सतीश यादव, सारिका चौधरी, जी. सुरेश, कृष जायसवाल, विवेक कुमार, गौतम शर्मा, वासकर, वी. मेक, अपेक्षा, प्रियदर्शनी, श्रेया घोष, श्वेता कश्यप संभावित सिद्धि, विवेक पांडे, राजू कुमार, मानस कुमार, चुनचुन यादव, कामरान ढोला, गीता कुमारी आदि के नाम शामिल हैं.

नई दिल्ली: जेएनयू हिंसा को लेकर दर्ज तीन एफआईआर में से दो में जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष का नाम दर्ज है. आइशी के अलावा भी दर्जन भर से अधिक छात्रों का नाम इस एफआईआर में दर्ज है. ये एफआईआर जेएनयू प्रशासन की शिकायत पर 3 और 4 जनवरी को दर्ज की गईं थी, जिनकी जांच अब क्राइम ब्रांच कर रही है.

जेएनयू प्रशासन की शिकायत पर दर्ज

जानकारी के अनुसार तीन जनवरी को दर्ज एफआईआर में कहा गया है कि विंटर सेमेस्टर के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया जेएनयू में चल रही थी. दोपहर के समय नकाब पहने हुए कुछ छात्र इनफॉर्मेशन सिस्टम के ऑफिस में घुसे, जो एडमिनिस्ट्रेशन ब्लॉक के पास है. इस क्षेत्र में उच्च न्यायालय के आदेश पर जाना मना है.

'कहे गए अपशब्द'

नकाबपोशों ने यहां की लाइट काट दी और वहां काम कर रहे सभी टेक्निकल स्टाफ को बाहर निकाल दिया ताकि सर्वर काम ना कर सके. उनके साथ हाथापाई की गई और अपशब्द कहे गए.

FIR against Aishe Ghosh
FIR में आइशी घोष का नाम

'कमरे पर जड़ दिया ताला'

शिकायत में बताया गया है कि छात्रों ने कमरे के बाहर ताला लगा दिया और लोगों को अंदर नहीं घुसने दिया, जिसकी वजह से रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया बाधित हो गई. इसके साथ ही इस सर्वर से जुड़े जेएनयू के अन्य काम भी रुक गए. यहां तक कि बायोमैट्रिक अटेंडेंस और सीसीटीवी सर्विलांस सिस्टम भी ठप हो गया.

प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि इस कार्य में जो छात्र शामिल थे उनके नाम आइशी घोष, गीता कुमारी, विवेक पांडे, सूर्यप्रकाश, सतीश चंद्र यादव, साकेत मून, सारिका चौधरी, रमेश और प्रियदर्शनी हैं. इस शिकायत पर वसंत कुंज थाने में मामला दर्ज किया गया है.

'चार जनवरी को भी की गई मारपीट'

4 जनवरी को दर्ज एफआईआर में जेएनयू के सुरक्षा विभाग की तरफ से शिकायत दी गई है. इसमें बताया गया है कि 3 जनवरी को रातभर सीआईएस ऑफिस बंद रहा क्योंकि छात्रों ने सर्वर को बंद कर दिया था. 4 जनवरी की सुबह कर्मचारियों द्वारा जेएनयू सिक्योरिटी गार्ड की मदद से उसे खोलने का प्रयास किया गया. उस समय मौजूद छात्रों ने यहां पर हिंसा की और महिला सुरक्षाकर्मियों के साथ हाथापाई की. उन्हें अपशब्द कहे गए और धमकी दी गई.

4 जनवरी की एफआईआर में इन छात्रों के नाम

जेएनयू प्रशासन की तरफ से चार जनवरी को दर्ज कराई गई एफआईआर में आइशी घोष, साकेत मून, सतीश यादव, सारिका चौधरी, जी. सुरेश, कृष जायसवाल, विवेक कुमार, गौतम शर्मा, वासकर, वी. मेक, अपेक्षा, प्रियदर्शनी, श्रेया घोष, श्वेता कश्यप संभावित सिद्धि, विवेक पांडे, राजू कुमार, मानस कुमार, चुनचुन यादव, कामरान ढोला, गीता कुमारी आदि के नाम शामिल हैं.

Intro:नई दिल्ली
जेएनयू में हुए प्रकरण को लेकर दर्ज तीन एफआईआर में से दो में जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष ऐशे घोष का नाम दर्ज है. ऐशे के अलावा भी दर्जन भर से अधिक छात्रों का नाम इस एफआईआर में दर्ज है. यह एफआईआर तीन और चार जनवरी को दर्ज की गई थी जिनकी जांच अब क्राइम ब्रांच द्वारा की जा रही है.


Body:जानकारी के अनुसार तीन जनवरी को दर्ज एफआईआर में कहा गया है कि विंटर सेमेस्टर के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया जेएनयू में चल रही थी. दोपहर के समय मास्क पहने हुए कुछ छात्र इनफार्मेशन सिस्टम के ऑफिस में घुसे जोकि एडमिनिस्ट्रेशन ब्लॉक के पास है. इस क्षेत्र में उच्च न्यायालय के आदेश पर जाना मना है. उन्होंने यहां की लाइट काट दी और वहां काम कर रहे सभी टेक्निकल स्टाफ को बाहर निकाल दिया ताकि सर्वर काम ना कर सके. उनके साथ हाथापाई की गई और अपशब्द कहे गए.


कमरे पर इन छात्रों ने जड़ दिया ताला
शिकायत में बताया गया है कि छात्रों ने कमरे के बाहर ताला लगा दिया और लोगों को अंदर नहीं घुसने दिया, जिसकी वजह से रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया बाधित हो गई. इसके साथ ही इस सर्वर से जुड़े जेएनयू के अन्य काम भी रुक गए. यहां तक कि बायोमैट्रिक अटेंडेंस और सीसीटीवी सर्विलांस सिस्टम भी ठप हो गया. प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि इस कार्य में जो छात्र शामिल थे उनके नाम ऐशे घोष, गीता कुमारी, विवेक पांडे, सूर्यप्रकाश, सतीश चंद्र यादव, साकेत मून, सारिका चौधरी, रमेश एवं प्रियदर्शनी हैं. इस शिकायत पर वसंत कुंज थाने में मामला दर्ज किया गया है.


चार जनवरी को भी की गई मारपीट
4 जनवरी को दर्ज एफआइआर में जेएनयू के सुरक्षा विभाग की तरफ से शिकायत दी गई है. इसमें बताया गया है कि 3 जनवरी को रातभर सीआईएस ऑफिस बंद रहा क्योंकि छात्रों ने सर्वर को बंद कर दिया था. 4 जनवरी की सुबह कर्मचारियों द्वारा जेएनयू सिक्योरिटी गार्ड की मदद से उसे खोलने का प्रयास किया गया. उस समय मौजूद छात्रों ने यहां पर हिंसा की और महिला सुरक्षाकर्मियों के साथ हाथापाई की. उन्हें अपशब्द कहे गए और धमकी दी गई.





Conclusion:4 जनवरी की एफआईआर में इन छात्रों के नाम
जेएनयू प्रशासन की तरफ से चार जनवरी को दर्ज कराई गई एफआईआर में ऐशे घोष, साकेत मून, सतीश यादव, सारिका चौधरी, जी. सुरेश, कृष जायसवाल, विवेक कुमार, गौतम शर्मा, वासकर, वी. मेक, अपेक्षा, प्रियदर्शनी, श्रेया घोष, स्वेता कश्यप संभावित सिद्धि, विवेक पांडे, राजू कुमार, मानस कुमार, चुनचुन यादव, कामरान ढोला, गीता कुमारी आदि के नाम शामिल हैं.
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