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CBSE online practical exam: नए आदेश से छात्र-शिक्षक के सामने पैदा हुईं कई चुनौतियां - सीबीएसई ऑनलाइन प्रैक्टिकल एग्जाम

CBSE ने 12वीं क्लास के छात्रों के प्रैक्टिकल एग्जाम को लेकर एक सर्कुलर जारी किया है. वहीं सीबीएसई द्वारा जारी सर्कुलर में कहा गया है कि जिन स्कूलों ने छात्रों के प्रैक्टिकल से नहीं लिए हैं. वो ऑनलाइन मोड से प्रैक्टिकल आयोजित करेंगे.

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CBSE online प्रैक्टिकल एग्जाम के फैसले पर शिक्षकों और छात्रों की प्रतिक्रिया
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Published : Jun 7, 2021, 10:40 PM IST

Updated : Jun 8, 2021, 8:03 PM IST

नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 12वीं क्लास के छात्रों के प्रैक्टिकल एग्जाम को लेकर एक सर्कुलर जारी किया है. वहीं सीबीएसई द्वारा जारी सर्कुलर में कहा गया है कि जिन स्कूलों ने छात्रों के प्रैक्टिकल से नहीं लिए हैं. वो ऑनलाइन मोड से प्रैक्टिकल आयोजित करेंगे. वहीं सीबीएसई के इस निर्देश पर छात्रों और शिक्षकों की मिली-जुली प्रतिक्रिया दिख रही है. जहां शिक्षक इसे बहुत बड़ी चुनौती बता रहे हैं. वहीं छात्रों का कहना है कि एंट्रेंस एग्जाम पर फोकस होने के बाद उन्हें वापस 12वीं की विषयों पर लौटना पड़ रहा है.

सीबीएसई ने एक और मौका दिया

बता दें कि 12वीं क्लास के विषयों के थ्योरी के साथ-साथ प्रैक्टिकल एग्जाम भी आयोजित किए जाते हैं, जिनके अंकों के साथ ही छात्रों का पूरा रिजल्ट तैयार होता है. वहीं कई स्कूल ऐसे हैं, जो कोरोना महामारी के चलते छात्रों का प्रैक्टिकल नहीं ले पाए हैं. ऐसे में सीबीएसई ने एक और मौका दिया है. सीबीएसई द्वारा जारी सर्कुलर के अनुसार स्कूलों में छात्रों के किसी भी विषय का प्रैक्टिकल/इंटर्नल असेसमेंट नहीं लिया है. वो ऑनलाइन प्रैक्टिकल लेंगे. वहीं सीबीएसई के इस फैसले पर छात्रों और शिक्षकों की क्या प्रतिक्रिया रही इसको लेकर ईटीवी भारत ने बात की कुछ शिक्षकों और छात्रों से.

CBSE online प्रैक्टिकल एग्जाम के फैसले पर शिक्षकों और छात्रों की प्रतिक्रिया.

सभी छात्रों को एक साथ लाना चुनौती
वहीं फिजिक्स के शिक्षक आशुतोष ने इस पूरी प्रक्रिया को बहुत चुनौतीपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि ऑनलाइन मीटिंग में सभी बच्चों को एक समय में एक साथ लाना बहुत बड़ी चुनौती है वह भी तब जब कई बच्चे अपने प्रदेशों को लौट चुके हैं. साथ ही कहा कि एक्सटर्नल एग्जामिनर के साथ मार्क्स डिस्कस कर उसे अपलोड करना भी किसी चुनौती से कम नहीं है. उन्होंने कहा कि सीबीएसई के इस फैसले से शिक्षकों पर अनायास ही बोझ आ गया है. वहीं दूसरी ओर इकोनॉमिक्स की शिक्षिका निधि ने इसे एक बेहतर विकल्प करार दिया. उन्होंने कहा कि आम तौर पर भी विषय का वायवा लिया जाता है. ऐसे में यदि ऑनलाइन मोड से प्रैक्टिकल आयोजित किया जाए तो छात्रों की सुरक्षा को देखते हुए यह एक बेहतर विकल्प है जिसमें किसी को किसी तरह की समस्या नहीं होनी चाहिए.

मिली-जुली प्रतिक्रिया
कुछ ऐसी ही मिली-जुली राय छात्रों में भी देखने को मिली जहां छात्र आदित्य शौर्यवर्धन सीबीएसई के इस फैसले के खिलाफ हैं वहीं अनन्या वर्मा इस फैसले से सहमत दिखी. शौर्यवर्धन का कहना है कि 12वीं की परीक्षा रद्द होने के बाद वह पूरी तरह से प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी में लग गए थे और अब प्रैक्टिकल आयोजित करने की बात से वो परेशान हैं. उन्होंने कहा कि एक बार फिर हमारी तैयारी पर ब्रेक लग जाएगा और उन्हें वापस 12वीं के विषयों की पढ़ाई करनी पड़ेगी. उन्होंने कहा कि प्री बोर्ड के समय भी कई प्रैक्टिकल और वायवा लिए जा चुके हैं जिनके आधार पर भी स्कूल चाहे तो मूल्यांकन कर सकता है. ऐसे में दोबारा इस तरह ऑनलाइन मोड से प्रैक्टिकल परीक्षा लेने की जरूरत नहीं है.

सुनहरा मौका
वहीं छात्रा अनन्या वर्मा ने कहा कि जिन छात्रों का प्रैक्टिकल नहीं हो पाया उनके लिए एक सुनहरा मौका है .तत्कालीन परिस्थिति को देखते हुए ऑनलाइन मोड से प्रैक्टिकल परीक्षाएं लेना सबसे बेहतर विकल्प है. बता दें कि कोरोना वायरस को देखते हुए सीबीएसई ने 12वीं की बोर्ड परीक्षा रद्द कर दी थी.

पढ़ें-CBSE : बढ़ी तारीख, अब 28 जून तक होगा 12वीं कक्षा का मूल्यांकन

नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 12वीं क्लास के छात्रों के प्रैक्टिकल एग्जाम को लेकर एक सर्कुलर जारी किया है. वहीं सीबीएसई द्वारा जारी सर्कुलर में कहा गया है कि जिन स्कूलों ने छात्रों के प्रैक्टिकल से नहीं लिए हैं. वो ऑनलाइन मोड से प्रैक्टिकल आयोजित करेंगे. वहीं सीबीएसई के इस निर्देश पर छात्रों और शिक्षकों की मिली-जुली प्रतिक्रिया दिख रही है. जहां शिक्षक इसे बहुत बड़ी चुनौती बता रहे हैं. वहीं छात्रों का कहना है कि एंट्रेंस एग्जाम पर फोकस होने के बाद उन्हें वापस 12वीं की विषयों पर लौटना पड़ रहा है.

सीबीएसई ने एक और मौका दिया

बता दें कि 12वीं क्लास के विषयों के थ्योरी के साथ-साथ प्रैक्टिकल एग्जाम भी आयोजित किए जाते हैं, जिनके अंकों के साथ ही छात्रों का पूरा रिजल्ट तैयार होता है. वहीं कई स्कूल ऐसे हैं, जो कोरोना महामारी के चलते छात्रों का प्रैक्टिकल नहीं ले पाए हैं. ऐसे में सीबीएसई ने एक और मौका दिया है. सीबीएसई द्वारा जारी सर्कुलर के अनुसार स्कूलों में छात्रों के किसी भी विषय का प्रैक्टिकल/इंटर्नल असेसमेंट नहीं लिया है. वो ऑनलाइन प्रैक्टिकल लेंगे. वहीं सीबीएसई के इस फैसले पर छात्रों और शिक्षकों की क्या प्रतिक्रिया रही इसको लेकर ईटीवी भारत ने बात की कुछ शिक्षकों और छात्रों से.

CBSE online प्रैक्टिकल एग्जाम के फैसले पर शिक्षकों और छात्रों की प्रतिक्रिया.

सभी छात्रों को एक साथ लाना चुनौती
वहीं फिजिक्स के शिक्षक आशुतोष ने इस पूरी प्रक्रिया को बहुत चुनौतीपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि ऑनलाइन मीटिंग में सभी बच्चों को एक समय में एक साथ लाना बहुत बड़ी चुनौती है वह भी तब जब कई बच्चे अपने प्रदेशों को लौट चुके हैं. साथ ही कहा कि एक्सटर्नल एग्जामिनर के साथ मार्क्स डिस्कस कर उसे अपलोड करना भी किसी चुनौती से कम नहीं है. उन्होंने कहा कि सीबीएसई के इस फैसले से शिक्षकों पर अनायास ही बोझ आ गया है. वहीं दूसरी ओर इकोनॉमिक्स की शिक्षिका निधि ने इसे एक बेहतर विकल्प करार दिया. उन्होंने कहा कि आम तौर पर भी विषय का वायवा लिया जाता है. ऐसे में यदि ऑनलाइन मोड से प्रैक्टिकल आयोजित किया जाए तो छात्रों की सुरक्षा को देखते हुए यह एक बेहतर विकल्प है जिसमें किसी को किसी तरह की समस्या नहीं होनी चाहिए.

मिली-जुली प्रतिक्रिया
कुछ ऐसी ही मिली-जुली राय छात्रों में भी देखने को मिली जहां छात्र आदित्य शौर्यवर्धन सीबीएसई के इस फैसले के खिलाफ हैं वहीं अनन्या वर्मा इस फैसले से सहमत दिखी. शौर्यवर्धन का कहना है कि 12वीं की परीक्षा रद्द होने के बाद वह पूरी तरह से प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी में लग गए थे और अब प्रैक्टिकल आयोजित करने की बात से वो परेशान हैं. उन्होंने कहा कि एक बार फिर हमारी तैयारी पर ब्रेक लग जाएगा और उन्हें वापस 12वीं के विषयों की पढ़ाई करनी पड़ेगी. उन्होंने कहा कि प्री बोर्ड के समय भी कई प्रैक्टिकल और वायवा लिए जा चुके हैं जिनके आधार पर भी स्कूल चाहे तो मूल्यांकन कर सकता है. ऐसे में दोबारा इस तरह ऑनलाइन मोड से प्रैक्टिकल परीक्षा लेने की जरूरत नहीं है.

सुनहरा मौका
वहीं छात्रा अनन्या वर्मा ने कहा कि जिन छात्रों का प्रैक्टिकल नहीं हो पाया उनके लिए एक सुनहरा मौका है .तत्कालीन परिस्थिति को देखते हुए ऑनलाइन मोड से प्रैक्टिकल परीक्षाएं लेना सबसे बेहतर विकल्प है. बता दें कि कोरोना वायरस को देखते हुए सीबीएसई ने 12वीं की बोर्ड परीक्षा रद्द कर दी थी.

पढ़ें-CBSE : बढ़ी तारीख, अब 28 जून तक होगा 12वीं कक्षा का मूल्यांकन

Last Updated : Jun 8, 2021, 8:03 PM IST
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