नई दिल्ली: देश की सबसे बड़ी स्थानीय निकाय यानी दिल्ली नगर निगम (Delhi Municipal Corporation) में सत्ता परिवर्तन के बाद अब नए साल में दिल्ली के लोगों को इस निकाय से काफी उम्मीदें हैं. चंद रोज बाद दिल्ली को नया मेयर मिल जाएगा और इसके साथ जिस राजनीतिक दल को दिल्ली अपग्रेड करने के लिए जनता ने बहुमत दिया है. उसकी जिम्मेदारी भी बढ़ जाएंगी. उम्मीद है कूड़े के पहाड़ से लेकर दिल्ली को साफ-सुथरा, व्यवस्थित बनाने के जो वादे किए गए थे वह इस साल में पूरे हो जाएं.
कूड़े के पहाड़ से राहत और जाम के झाम से राहत की उम्मीदें: उम्मीद यह है कि अगले साल कूड़े के पहाड़ से लोगों को राहत मिलेगी. दिल्ली वालों को किशनगंज अंडरपास की सौगात भी मिलेगी, जिससे मध्य दिल्ली में आना जाना काफी सुगम हो जाएगा. उत्तरी दिल्ली से मध्य दिल्ली के बीच की कनेक्टिविटी को बेहतर किया जा सकता है. इसके अलावा एमसीडी ने बहुमंजिला पार्किंग के जो प्रोजेक्ट पाइपलाइन में हैं वह सभी इस नए साल में पूरे होने के आसार हैं. कुल मिलाकर इस से दिल्ली में रह रहे लोगों को लाइफ आसान होने की उम्मीदें हैं.
दिल्ली में पार्किंग की समस्या को देखते हुए कई जगह पर नई पार्किंग बनाई गई हैं, जिसमें हौज खास में 136 कारों के लिए और लाजपत नगर सेंट्रल मार्केट में 246 गाड़ियों के लिए पार्किंग बनाई गई है. अधिचिनी में 56 गाड़ियों की पार्किंग तैयार है. इसके अलावा कई प्रमुख सड़कों की मरम्मत और सुंदरीकरण का काम पिछले वर्ष पूरा हुआ है. अगले साल दिल्ली में रहने वालों को 9 नई मल्टी लेवल पार्किंग तैयार हो जाएंगी. इसमें पंजाबी बाग में 225 कारों के लिए पार्किंग, ग्रेटर कैलाश पार्ट वन में 399, अमर कॉलोनी में 81, निजामुद्दीन बस्ती के पास 86, पीतमपुरा में 500, चांदनी चौक में 2338, कुतुब रोड पर 174, निगमबोध घाट पर 95, फतेहपुरी में 196 कारों के लिए मल्टी लेवल पार्किंग इस वर्ष तैयार हो जाएंगे, जिससे आसपास के लोगों को एक बड़ी राहत मिलेगी.
नए साल में दिल्ली के गाजीपुर, ओखला और भलस्वा में कूड़े के पहाड़ की ऊंचाई कम करना है और इसमें तेजी लाने की एक बड़ी चुनौती नगर निगम के पास है. वर्तमान में तीनों जगहों पर ऊंचाई कम करने की जो टाइमलाइन तय की गई है, वहां अगस्त 2025 तक है. इसमें इस वर्ष तेज़ी लाने के आसार हैं. दिल्ली में प्रतिदिन 10 से 11 हजार मीट्रिक टन कूड़ा निकलता है. इसलिए निगम की सत्ता में काबिज हुई आम आदमी पार्टी के सामने इस साल में यह एक बड़ी चुनौती है. इसके अलावा सत्ता परिवर्तन के बाद एमसीडी स्कूलों में भी दिल्ली के शिक्षा मॉडल लागू करने का प्लान बनाया गया है. इस साल यह मॉडल एमसीडी के स्कूल में भी देखने को मिलेगा. एमसीडी के सभी स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई शुरू करने की योजना है. हर स्कूल में इंग्लिश स्पीकिंग क्लासेस भी लगाई जाएंगी.
अस्पताल भी होगा अपग्रेड: एमसीडी क्षेत्र के लोगों को अगले साल कई सुविधाएं मिलने वाली है. राजन बाबू टीबी अस्पताल में नया प्रशासनिक ब्लॉक शुरू होने वाला है. रोगियों के इलाज के लिए हिंदूराव अस्पताल में डॉप्लर सहित अल्ट्रासाउंड मशीनें, पोर्टेबल एक्स रे मशीन, ब्लड बैंक के लिए मशीनें खरीदी जानी है. दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना (LG of Delhi Vinay Kumar Saxena) ने दिल्ली के मोहल्ला क्लिनिकों, अस्पताल में 450 तरह की टेस्टिंग सर्विस की आउटसोर्सिंग के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. यह सुविधा अब शुरू हो जाएगी. हालांकि इसे दिल्ली सरकार के अस्पतालों में डायग्नोस्टिक सेवाओं को मजबूत करने की बजाए प्राइवेट आउटसोर्सिंग का प्रयास मानते हुए उन्होंने गंभीर आपत्ति भी जताई है. प्रस्ताव के तहत 3 प्राइवेट वेंडर मोहल्ला क्लिनिको डायग्नोस्टिक सेवाएं देंगे. उपराज्यपाल ने कहा है कि पुराना अनुबंध 31 दिसंबर को खत्म हो रहा था. ऐसे में प्रस्ताव मंजूर के अलावा और कोई विकल्प नहीं है.
दिल्ली के बाहरी राज्यों से प्रतिदिन हजारों की संख्या में माल लेकर जो ट्रक आते हैं, उनकी वजह से संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर और आसपास की सड़कों पर ट्रैफिक जाम की समस्या एक बड़ी परेशानी है. इस साल लोगों को इस समस्या से निजात मिल सकती है. एमसीडी ने संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर रीडेवलपमेंट का प्लान बनाया है और इससे काफी हद तक यह समस्या दूर हो जाएंगी.
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