नई दिल्ली : दिल्ली देश की राजधानी और भारत की दिल कही जाती है, लेकिन जिस कदर इन दिनों हॉर्ट यानी दिल की बीमारी लोगों के लिए बड़ी चिंता का विषय है. वैसे ही पिछले कई सालों से दिल्ली की प्रदूषित हवा और उससे होने वाली सांसों की बीमारी दिल्ली और पूरे देश को परेशान कर रही है. खास कर सर्दियों के मौसम में वायु गुणवत्ता सूचकांक काफी संवेदनशील हो जाता है, जो बुजुर्गों और बच्चों के लिए काफी नुकसानदायक माना जाता है. कभी-कभी तो वो जानलेवा भी साबित होता है. ऐसे में दिल्ली समेत पूरे एनसीआर की हवा को शुद्ध करना यहां की सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती है. इसके मद्देनजर दिल्ली सरकार सर्दियों के पहले ही अलर्ट मोड पर आ गई है.
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने "विंटर एक्शन प्लान" बनाने के लिए मंगलवार को दिल्ली सचिवालय में एनवायरमेंटल एक्सपर्ट मीट बुलाई है, जिसमें वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए एक खाका तैयार किया जाएगा. पिछले कई सालों से इस मुद्दे पर जनता भी जागरूक हुई है. सरकार ने भी कई तरह के प्रयास किए है, ताकि दिल्ली की हवा को और स्वच्छ और शुद्द बनाया जा सके. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, दिल्ली का एवरेज एयर क्वालिटी इंडेक्स 431 है, वहीं गुरुग्राम का 478 और नोएडा का 529 स्तर पर पहुंच गया है. ये आंकड़े पिछले सालों की तुलना में 30 प्रतिशत कम हुए हैं.
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने हाल ही में कहा था कि दिल्ली में जनता के सहयोग से प्रदूषण कम हुआ है, लेकिन अभी भी प्रदूषण को कम करने के लिए काम करना है, जिसके लिए इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के साथ ग्रीन एरिया बढ़ाया जाएगा.
बता दें कि दिल्ली सरकार के समर एक्शन प्लान में अब तक 36 लाख पौधे लगाए जा चुके है, जिससे ग्रीन एरिया कवर बढ़ा है. जबकि लक्ष्य 52 लाख पौधे लगाने का रखा गया था, जिस पर सरकार और जनता दोनों ही काम कर रही है. वहीं, दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बीते सोमवार को अपनी प्रेस वार्ता में बताया कि दिल्ली के अंदर पटाखों के निर्माण, भंडारण और बिक्री पर पूरी तरीके से प्रतिबंध लगा दिया गया है. किसी को पटाखे बनाने बेचने भंडारण करने या डिलीवरी करने का लाइसेंस न देने का निर्देश दिया है. जिससे दीपावली पर पटाखों से होने वाले प्रदूषण पर रोक लगाई जा सके. दिल्ली सरकार ने अन्य राज्यों से भी पटाखों पर प्रतिबंध लगाने की अपील की है.
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दिल्ली सचिवालय में 12 सितंबर को दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बैठक बुलाई है. इसकी जानकारी उन्होंने सोमवार को एक प्रेस कांन्फ्रेंस में दी. एनवायरमेंटल एक्सपर्ट मीट में मुख्य रूप से 24 संस्थाओं को शामिल किया गया है, यह संस्थाएं पर्यावरण और प्रदूषण को लेकर काम करने वाली है. 14 सितंबर को संबंधित 28 विभागों के साथ समीक्षा बैठक कर विंटर एक्शन प्लान के लिए तय फोकस बिंदुओं पर ज्वाइंट एक्शन प्लान तैयार की जाएगी. दिल्ली सरकार के विंटर एक्शन प्लान के तहत विभिन्न राज्यों में जलने वाली पराली और कूड़ा जलाने, वाहन से निकलने वाले धुएं और धूल से होने वाले प्रदूषण, हॉट स्पॉट, उद्योगों से निकलने वाले धुंए को रोकना और वहीं वॉर रूम और ग्रीन एप को और उन्नत बनाना शामिल है. दिल्ली सरकार का मानना है कि दिल्ली सरकार, पड़ोसी राज्यों की सरकारऔर केंद्र सरकार मिलकर काम करेंगे तो दिल्ली में प्रदूषण के स्तर को आसानी से कम किया जा सकेगा.
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