नई दिल्ली: मंदिरों और मठों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त किए जाने की मांग हिंदू समाज काफी समय से कर रहा है, लेकिन अब इस मांग को लेकर एकम सनातन भारत दल ने जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन में माता वैष्णो देवी से जुड़े बारीदार समुदाय के साथ विभिन्न हिंदू संप्रदाय के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया है. इस विरोध प्रदर्शन को लोगों का भारी समर्थन भी मिला है.
सनातन भारत दल ने की आंदोलन की घोषणा: एकम सनातन भारत दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट अंकू शर्मा ने कहा कि मंदिर और मठों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करवाने को लेकर हम पूरे देश में आंदोलन करेंगे. जब मस्जिद और चर्च पर सरकार का नियंत्रण नहीं है, तो फिर सरकार हिंदू मंदिरों पर नियंत्रण का जिद क्यों पाले हुए हैं? यह संविधान में वर्णित समानता के सिद्धांत के विरुद्ध है. स्वतंत्रता के बाद से ही हिंदू समाज के साथ दोयम दर्जे का बर्ताव किया जा रहा है. यह बिल्कुल गलत है.
![एकम सनातन भारत दल की मांगे](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/19-06-2023/18791710_gfx.jpg)
बीजेपी को भी घेरा: अंकुश शर्मा ने कहा कि हिंदुओं को संवैधानिक अधिकार दिलाने के उद्देश्य से ही एकम सनातन भारत दल का गठन किया गया है. खुद को हिंदूवादी कहने वाली भाजपा सरकार ने भी उत्तराखंड के चार धामों पर नियंत्रण कर यह साबित कर दिया है कि वह हिंदुओं के मंदिरों मठों को लूटने में अंग्रेजों और कांग्रेस के ही राह पर चल रही है.
दरअसल, मंदिर के संचालनों के नाम पर सरकारों ने मंदिर पर कब्जा किया हुआ है. भारत के करीब चार लाख मंदिरों पर सरकारों का कब्जा है. इससे होने वाली आय पर भी सरकार का अधिकार है. यह पूरी तरह से अनैतिक अनुचित और असंवैधानिक है. कार्यकर्ताओं ने यह संकल्प लिया है कि जंतर-मंतर से निकलकर अपने-अपने राज्य में इस आंदोलन को ले जाएंगे और इसे और तेज करेंगे.