नई दिल्ली: पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए मतदान शुरू होने वाला है. प्रथम चरण में 7 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. तमाम राजनीतिक दल अपने प्रत्याशियों के समर्थन में चुनाव प्रचार करने में व्यस्त हैं. ऐसे चुनावी माहौल में आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शराब घोटाले में पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने समन भेजा है. उन्हें 2 नवंबर को दफ्तर में पूछताछ के लिए बुलाया है. इसको लेकर आम आदमी पार्टी के नेता बीजेपी पर हमलावर हैं. मंगलवार को दिन भर आम आदमी पार्टी के नेता मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी की आशंका जताते दिखे. ऐसे में सियासी गलियारों में नए सीएम के नाम की चर्चा भी शुरू हो गई है.
आप की बढ़ रही मुश्किलें: दिल्ली में कथित शराब घोटाले में पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह पहले ही जेल में हैं. मनी लांड्रिंग के मामले में सत्येंद्र जैन उनसे पहले तिहाड़ में चले गए थे. सोमवार को ही सुप्रीम कोर्ट ने मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका खारिज की थी और शाम में ही मुख्यमंत्री केजरीवाल को ईडी ने समन भेज पूछताछ के लिए बुलाया, तब से सोशल मीडिया पर आम आदमी पार्टी के नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी.
मंगलवार को आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेता व मंत्री आतिशी, सौरभ भारद्वाज, गोपाल राय, दिलीप पांडेय एक के बाद एक पार्टी कार्यालय में आकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की. नेताओं ने अपने नेता केजरीवाल के पक्ष में और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी की मंशा पर सवाल उठाते हुए अपनी बात रखी. देखा जाए तो अरविंद केजरीवाल मुश्किल में हैं. मंगलवार को आम आदमी पार्टी के तमाम नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में ईडी द्वारा पूछताछ और उसके बाद उनकी गिरफ्तारी की आशंका जताई. हांलाकि इस पर अभी तक स्वयं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोई टिप्पणी नहीं की है.
इससे पहले भी हुई थी पूछताछ: शराब घोटाले मामले की जांच कर रही सीबीआई ने बीते अप्रैल में भी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से पूछताछ की थी. तब अपने नेता का साथ देने के लिए दिल्ली ही नहीं पंजाब के मुख्यमंत्री समेत वहां के तमाम विधायक, सांसद और अन्य नेता भी दिल्ली पहुंचे थे. तमाम नेता केजरीवाल के काफिले के साथ सीबीआई मुख्यालय भी गए थे. इस बार 2 नवंबर को अरविंद केजरीवाल जब अपने घर से ईडी दफ्तर जाएंगे तब उनके साथ कौन-कौन होगा यह भी देखने वाली बात होगी. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, शराब घोटाले में अरविंद केजरीवाल गुरुवार को ईडी दफ्तर जाएंगे तो उनके साथ पार्टी के तमाम सांसद, दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री कैलाश गहलोत, सौरभ भारद्वाज, आतिशी, राजकुमार आनंद, इमाम हुसैन और गोपाल राय भी साथ होंगे.
ये भी पढ़ें: केजरीवाल को ED के समन के बाद सियासत गर्म, BJP का दिल्ली सरकार पर सीधा वार, क्या कहा जानिए
नेताओं को सता रहा है डर: राजनीतिक विश्लेषण जगदीश ममगाईं कहते हैं कि कुल मिलाकर देखा जाए तो AAP मुश्किल में है. इस मुश्किल से कांग्रेस और बीजेपी को राजनीतिक लाभ मिलने की संभावना बढ़ गई है. राजनीतिक गलियारे में तो यही चर्चा है. क्योंकि आम आदमी पार्टी की बात करें तो पिछले महीनों में अरविंद केजरीवाल, भगवंत मान, संजय सिंह आदि ने चुनावी राज्यों में जाकर सभाएं, रोड-शो, टाउन हॉल जैसे कार्यक्रम किए. पिछले कुछ दिनों से वह दिल्ली में ही डेरा डाले हैं.
जिस आक्रामकता से आम आदमी पार्टी ने पंजाब, गुजरात, गोवा में चुनाव लड़ा था, वह इन पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में नहीं दिखाई दे रहा है और इसी का फायदा कांग्रेस व भाजपा को मिलेगा. हालांकि, पिछले साल अगस्त में शराब घोटाले में सीबीआई द्वारा दर्ज की गई एफआईआर में अरविंद केजरीवाल को आरोपी नहीं बनाया गया था. अब ईडी ने उसी मामले में तलब किया है, जिसमें इस साल फरवरी में दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और 4 अक्टूबर को राज्यसभा सांसद संजय सिंह की गिरफ्तारी हुई है. इसलिए आप नेताओं को डर सता रहा है कि केजरीवाल को भी कहीं गिरफ्तार न कर लिया जाए.
ये भी पढ़ें: