नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली में मल्टीसिस्टम इनफॉर्मेटरी सिंड्रोम ऑफ चिल्ड्रन (MIS-C) के मामले सामने आने के बाद दिल्ली मेडिकल काउंसिल (Delhi Medical Council) ने इसको लेकर चिंता जाहिर की है. बाल रोग विशेषज्ञ और डीएमसी अध्यक्ष डॉ. अरुण गुप्ता (DMC President Dr Arun Gupta) का कहना है कि इस बीमारी के लक्षण बच्चों में कोरोना से ठीक होने के दो-तीन हफ्तों बाद देखे जा रहे हैं. ऐसे में डर इस बात का है कि कोरोना की दूसरी लहर के खत्म होते होते कहीं यह मामले बढ़ने न लगे.
डॉ. अरुण गुप्ता ने बताया कि इस बीमारी के लक्षणों को बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें. कोरोना से ठीक होने के बाद यदि बच्चों को बुखार, पेट में दर्द, शरीर में रैशेज, डायरिया, आंखों में जलन, सांस लेने में तकलीफ या कोई भी ऐसा असामान्य व्यवहार करते हैं. इन लक्षणों को बिल्कुल भी नजरअंदाज ना करें डॉक्टर को दिखाएं और जांच कराएं.
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डॉ अरुण गुप्ता. ने बताया कि कई बार कोरोना से ठीक होने के बाद बच्चों में ए सिंटोमेटिक लक्षण पाए जाते हैं, दोबारा से कोरोना वायरस भी हो सकता है. इसीलिए किसी भी प्रकार के लक्षण को नजरअंदाज न करें और घर पर इलाज करने की कोशिश न करें. इसे गंभीरता से लेते हुए तुरंत डॉक्टर को दिखाएं.