नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली के सांसद गौतम गंभीर द्वारा गांधीनगर इलाके में शुरू की गई जन रसोई के उद्घाटन के मौके पर गंभीर और स्थानीय विधायक अनिल बाजपेई के बीच चल रहा मतभेद खुलकर सामने आया है.
इस कार्यक्रम में बीजेपी के निगम पार्षद, बीजेपी शाहदरा और मयूर विहार जिला के सभी पदाधिकारी मौजूद रहे. लेकिन स्थानीय बीजेपी विधायक अनिल बाजपाई नजर नहीं आए और ना ही उद्घाटन के मौके पर लगाए गए बैनरों में अनिल बाजपाई तस्वीर थी.
ऐसे हुई मतभेदों की शुरूआत
गौतम गंभीर और अनिल बाजपेई के बीच मतभेद की शुरुआत तब हुई जब गांधीनगर मेन सड़क पर अतिक्रमण और जाम की समस्या को लेकर ट्रैफिक प्लान बनाया गया था. अनिल बाजपेई ने आरोप लगाया कि गांधीनगर में रोड को जाम मुक्त करने के लिए स्थानीय आरडब्ल्यूए, व्यापारी एसोसिएशन और ट्रैफिक पुलिस के साथ मिलकर ट्रैफिक प्लान बनाया गया था.
लेकिन इस प्लान को गौतम गंभीर ने अपने निजी फायदे के लिए लागू नहीं होने दिया, जबकि इस प्लान से गांधीनगर में जाम की समस्या से छुटकारा मिल सकता था. हालांकि गौतम गंभीर की तरफ से कहा गया था जो प्लान बनाया गया था उससे जाम की समस्या का समाधान नहीं हो सकता था उससे बेहतर विकल्प बनाने की जरूरत है.
इस मनमुटाव के बाद गांधीनगर क्षेत्र के निगम पार्षद के कार्यालय पर लगे बोर्ड पर लिखे अनिल वाजपेई के नाम के सामने कालिख पोतने का भी मामला सामने आया