नई दिल्लीः दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली के जेल प्रशासन से कहा है कि वे तिहाड़ जेल के हाई सिक्योरिटी वार्ड के बाहर एक टीवी सेट लगाने पर विचार करें. चीफ जस्टिस डीएन पटेल की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा कैदी परेशान हैं, वे कोई चांद-तारे नहीं मांग रहे हैं. ये एक छोटा आग्रह है और इसके लिए बड़ी बजट की भी जरूरत नहीं होगी.
'कैदी एकांत में डिप्रेशन में जा सकते हैं'
याचिका दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने दायर की है. याचिका में कहा गया है कि हाई रिस्क वार्ड में कैदियों को एकांत कारावास में रखा गया है. कोरोना के संकट के दौरान इन कैदियों को किसी से मिलने की भी अनुमति नहीं है. इससे वे कैदी डिप्रेशन में जा सकते हैं. एकांत में कोई व्यक्ति कितने समय तक किताब पढ़ सकता है. इसलिए उनके मनोरंजन के लिए कॉमन एरिया में एक टीवी लगाना चाहिए.
7 अगस्त को होगी अगली सुनवाई
सुनवाई के दौरान दिल्ली सरकार के वकील गौतम नारायण ने कहा कि किसी भी कैदी को एकांत कारावास में नहीं रखा गया है. हाईकोर्ट ने कहा कि टीवी लगाने में कोई बड़ा खर्च नहीं आ रहा है कि बजट पर असर पड़े. कैदी परेशान हैं, वे कोई चांद-तारे नहीं मांग रहे हैं. कोर्ट ने गौतम नारायण से इस मसले पर निर्देश लेकर बताने का निर्देश दिया. कोर्ट इस मामले पर अगली सुनवाई 7 अगस्त को करेगा.